Bihar teacher news - बिहार के सात शिक्षक चढ़े निगरानी के हत्थे, टीईटी की फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर हासिल की थी सरकारी नौकरी

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Bihar teacher news - बिहार के सात शिक्षक चढ़े निगरानी के हत्थे, टीईटी की फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर हासिल की थी सरकारी नौकरी

Samastipur - बिहार में लगातार शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले गोपालगंज में 33 शिक्षकों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी। अब समस्तीपुर जिले में शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। शिक्षकों की नियुक्ति की जांच कर रही निगरानी इकाई ने ऐसे सात शिक्षकों की पहचान की है। निगरानी के अनुसार इन सभी शिक्षकों ने नौकरी हासिल करने के लिए बिहार टीचर एलिजिबिलिटी (BETET) के फर्जी सर्टिफिकेट का सहारा लिया। अब इन शिक्षकों की नौकरी पर कार्रवाई की तलवार अटक गई है।

जानकारी के अनुसार यह सभी सात शिक्षक जिले के विभूतिपुर प्रखंड के विभिन्न स्कूलों से जुड़े हैं। निगरानी विभाग को जांच के दौरान इस प्रखंड के बलहा नियोजन इकाई द्वारा नियोजित किए गए छह शिक्षक और नियोजन इकाई देसरी करख के द्वारा नियोजित एक शिक्षक का टेट सर्टिफिकेट बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में जांच के दौरान फर्जी पाया गया है। जिसके बाद अब निगरानी ने सख्त एक्शन लेते हुए इन सभी फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभूतिपुर में फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कराया है। 

मामले को लेकर जिले के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा है कि निगरानी जांच में संबंधित शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी मिला है। इस मामले में केस दर्ज होने के बाद जिले में फर्जी तरीके से पदस्थापित शिक्षकों में हडकंप मच गया है  

गौरतलब हो कि 2006 से 2015 के बीच हुए नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच चल रही थी. वहीं विभागीय जानकारी के अनुसार लगभग 11,454 नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच होनी है. वैसे इसमें 3000 से अधिक ऐसे नियोजित शिक्षक हैं, जिनका फोल्डर ही गायब है


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