Bihar news - शौचालय की टंकी बना जहरीले गैस का चेंबर, सफाई करने उतरे दो सगे भाइयों और भतीजे की दम घुटने से मौत, गांव में पसरा मातम
Bihar news - शौचालय की टंकी सफाई करने उतरे दो भाइयों की दम घुटने से मौत हो गई, वहीं पिता और चाचा को बचाने गया किशोर भी गैस की चपेट में आ गया।
Samastipur - खबरसमस्तीपुर जिले के बिथान प्रखंड से जुड़ी है। जहां सलहा बुजुर्ग गांव में शौचालय की टंकी साफ करते समय दम घुटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो सगे भाई और एक किशोर बेटा शामिल हैं। इस दुखद घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब राम उमेश साहू (42) अपने घर में बनी एक पुरानी शौचालय की टंकी की सफाई के लिए उसमें उतरे। बताया जा रहा है कि पुरानी टंकी से नई टंकी में गैस और पानी का रिसाव हो रहा था। जब राम उमेश काफी देर तक बाहर नहीं आए, तो उनके छोटे भाई दया राम साहू (38) उन्हें देखने और बचाने के लिए उसी टंकी में उतर गए। दुर्भाग्यवश, वह भी अंदर जाते ही बेहोश हो गए।
पिता और चाचा के बाहर नहीं आने दया राम का 15 वर्षीय बेटा राधेश्याम साहू उन्हें बचाने के लिए टंकी में कूदा, लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आकर वहीं गिर पड़ा और दम घुटने से उसकी भी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने तीनों को निकाला बाहर
घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल जेसीबी और सीढ़ियों की मदद से तीनों को टंकी से बाहर निकाला और हसनपुर सीएचसी में भर्ती कराया। हालांकि, उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत रेफर कर दिया। परिजन बेहतर इलाज के लिए उन्हें बेगूसराय ले गए, लेकिन दुर्भाग्य से इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई।
अस्पताल पर परिजनों का उतरा गुस्सा
हसनपुर सीएचसी में जब तीनों को रेफर किया गया, तो परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल में ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था नहीं थी, पंखे तक नहीं चल रहे थे और मरीजों की हालत को गंभीर बताकर जल्दबाजी में रेफर किया जा रहा था। परिजनों का कहना था कि यदि अस्पताल में समय पर और बेहतर प्राथमिक चिकित्सा मिलती, तो शायद तीनों की जान बचाई जा सकती थी।
गांव में मातम का माहौल
वहीं एक ही परिवार के तीन लोगों की इस दुखद मौत से सलहा बुजुर्ग गांव में गहरा मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने इस हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रशासन से पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजे और सहायता देने की मांग की है। घटना के बाद से अब तक प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे लोगों में नाराजगी और आक्रोश है।