Bihar health - रिश्तेदार की बच्ची की मौत की खबर सुन सदर अस्पताल पहुंचे सांसद पर भड़के डॉक्टर, अब आईएमए ने पूरे मामले में दिया दखल

Bihar health - सदर अस्पताल में सांसद के रिश्तेदार की बच्ची की मौत को लेकर हुए विवाद में अब आईएमए ने भी दखल दिया है। आईएमए ने पूरे घटना की सीसीटीवी फुटेज की मांग की है।

बच्ची की मौत के बाद सांसद ने दिया बयान- फोटो : रंजन कुमार

Sasaram - खबर रोहतास सासाराम से है। सासाराम के कांग्रेस सांसद मनोज कुमार तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दो दिन पहले सासाराम के कांग्रेस सांसद मनोज कुमार के एक परिजन की नवजात बच्ची का सासाराम की सदर अस्पताल के एसएनसीयू में मौत हो गई थी। जिसको देखने सांसद गए हुए थे। 

इसके बाद डॉक्टर और संसद के बाद के बीच कुछ बहस हुई थी। बाद में आईएमए   की ओर से आपत्ति जाहिर करते हुए सिविल सर्जन से इस मामले की जांच करने एवं सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई। 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रोहतास जिला इकाई के द्वारा कांग्रेस सांसद मनोज कुमार पर समर्थकों के साथ सदर अस्पताल में जाने एवं जूता पहनकर वार्ड में चले जाने का आरोप लगाते हुए सांसद पर कार्रवाई की मांग की गई। 

सांसद  ने किया   बचाव


इसके बाद सांसद भी इस मामले को गंभीरता से ले लिया है तथा कहा है कि उनके एक रिश्तेदार सुनील राम की बच्ची की मौत हो गई थी। जिसके बाद में अस्पताल गए थे। उन्होंने दावा किया कि वह वार्ड के अंदर जूता खोल कर गए हैं।  सीसीटीवी की फुटेज की भी जांच हो जानी चाहिए। तभी दूध का दूध पानी का पानी हो जाय। उन्होंने कहा कि एक सांसद अपने परिजन की मौत पर अस्पताल मिलने चला गया। इसको लेकर कुछ लोगों को दिक्कत हो गई है।

दलित की बच्ची, इसलिए कोई महत्व  नहीं

सांसद ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उनके परिजन के बच्चे की मौत हुई और वह अस्पताल में मृतक को देखने चले गए, तो बवाल हो गया। उन्होंने कहा कि उनके एक रिश्ते के भाई सुनील राम की नवजात बच्ची की मौत के बाद में अस्पताल गए थे।

IMA ने सीएस  को लिखा लेटर

वही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के रोहतास जिला के अध्यक्ष डॉ. केएन तिवारी ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्जन को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि जिस डॉक्टर के साथ सांसद का आमना-सामना हुआ था। वह डॉक्टर खुद बैक फुट पर चले गए हैं। अब देखना है कि कांग्रेस के सांसद मनोज राम तथा IMA के बीच उठा विवाद कहां तक जाता है।

Report - ranjan kumar