Bihar Politics : देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करना राजद विधायक को पड़ा महंगा, ग्रामीणों ने खदेड़ा, समर्थकों के साथ की धक्का-मुक्की
Bihar Politics : देवी देवताओं का टिपण्णी करना राजद विधायक को महंगा पड़ गया. वोट मांगने गए नेताजी को लोगों ने खदेड़ दिया.......पढ़िए आगे
SASARAM : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक फतेह बहादुर सिंह का डेहरी विधानसभा क्षेत्र के चिलबिला गांव में जनसंपर्क दौरा में उस समय अचानक हड़कंप में बदल गया जब उन्हें ग्रामीणों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा। विधायक के गांव में कदम रखते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों का गुस्सा इतना अधिक था कि देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और विधायक समर्थकों तथा स्थानीय ग्रामीणों के बीच जोरदार धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
विरोध प्रदर्शन और हंगामे को बढ़ता देख विधायक फतेह बहादुर सिंह ने वहां से भागने का प्रयास किया। हालांकि, भागने की अफरा-तफरी में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई। बताया जा रहा है कि विधायक के समर्थक एक युवक को ले जा रहे थे। ग्रामीणों के विरोध के बाद युवक को बाहर भेज दिया गया। इस घटना से ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
ग्रामीणों ने अपने विरोध के पीछे विधायक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पिछले पाँच वर्षों में विधायक ने उनके गांव के लिए कोई विकास कार्य नहीं किया है। ग्रामीणों के अनुसार, विधायक ने चुनाव जीतने के बाद उनके गांव की सुध नहीं ली, जिससे उनमें गहरा असंतोष है। यह विकास कार्यों की उपेक्षा ही उनके जोरदार विरोध का मुख्य कारण बनी। विरोध का एक और बड़ा कारण विधायक की विवादास्पद टिप्पणियां थीं। ग्रामीणों ने याद दिलाया कि विधायक फतेह बहादुर ने पूर्व में देवी-देवताओं पर कई बार आपत्तिजनक और विवादास्पद टिप्पणियां की हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी इन टिप्पणियों से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, जिसके कारण उनका विरोध और भी उग्र हो गया। यह धार्मिक असंतोष और विकास कार्यों की अनदेखी, दोनों मिलकर इस बड़े विवाद की जड़ बने।
यह पूरी घटना डेहरी विधानसभा के चिलबिला गांव में सामने आई है और इसने पूरे इलाके में राजनीतिक गहमागहमी बढ़ा दी है। विधायक का जनसंपर्क दौरा विवाद में बदलने और एक ग्रामीण को ले जाने की खबर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस घटना ने आगामी चुनावों से पहले स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और विधायक के लिए जनता के असंतोष को उजागर किया है।
सासाराम से रंजन की रिपोर्ट