Bihar News: जुमई में सांप्रदायिक तनाव के बाद इंटरनेट सेवा बंद, हनुमान चालीसा पाठ कर घर लौट रहे लोगों पर हुई थी पथराव, जानिए क्या है पूरा मामला

Bihar News: बिहार के जमुई में सांप्रदायिक तनाव के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है। बीते दिन जमुई में दो पक्षों के बीच मारपीट की खबर सामने आई थी जिसके बाद से ही इलाके में तनाव की स्थिति कायम है।

जमुई हिंसा
Jummai Internet service was shut down - फोटो : social media

Bihar News: बिहार के जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र के बालियाडीह गांव में हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ कर लौट रहे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। इस घटना में आधा दर्जन लोग घायल हो गए और कई वाहनों के शीशे टूट गए। वहीं तनावपूर्ण माहौल के बाद इलाके का इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है। जानकारी अनुसार पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। बताया जा रहा है कि बीते दिन पथराव के दौरान जमुई नगर परिषद के उपाध्यक्ष और चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष नीतीश साव के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, हिंदू शेरनी के नाम से चर्चित खुशबू पांडेय भी इस हमले में घायल हुई हैं।

तनाव के बीच पुलिस बल की तैनाती

घटना के बाद दो समुदायों के बीच तनाव को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार रविवार की शाम हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ कर हिंदू स्वाभिमान मोर्चा से जुड़े लोग वापस लौट रहे थे तभी असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की। विरोध करने पर एक खास समुदाय के लोगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर वाहनों पर हमला किया और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया।

नगर परिषद उपाध्यक्ष पर हमला

हमलावरों ने नगर परिषद के उपाध्यक्ष नीतीश साव के साथ जमकर मारपीट की। इस दौरान हिंदू स्वाभिमान मोर्चा के कई वाहनों के शीशे टूट गए। घटना के समय झाझा थाना पुलिस भी उसी रास्ते से गुजर रही थी, लेकिन पथराव को रोकने में नाकाम रही।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

घटना के बाद शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि यह विवाद दो पक्षों के बीच झगड़े के बाद भड़का था, लेकिन फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान

एक पक्ष के हरिनंदन प्रजापति ने बताया कि वे लोग बलियाडीह में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बाद घर लौट रहे थे, तभी 300-400 लोगों की भीड़ ने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे कई लोग घायल हो गए।

प्रशासन की सतर्कता और स्थिति नियंत्रण में

पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और सड़क पर उतरे लोगों को समझाकर घरों में भेजा। पथराव में क्षतिग्रस्त वाहनों को थाने ले जाया गया। प्रशासनिक सक्रियता से तनावपूर्ण माहौल को शांत किया गया है और स्थिति सामान्य बनी हुई है।

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