Bihar police - फर्जी फाइनेंस कंपनी से लोन का धंधा करनेवाले का पुलिस ने किया खुलासा, मनरेगा के मजदूरों को बनाते थे निशाना
bihar police - फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने का झांसा देकर मनरेगा मजदूरों से ठगी करनेवाले शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस दौरान उनके पास मनरेगा कसजेेेद

Vaishali : साइबर थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर काजीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पहेतिया गांव में छापेमारी कर लैपटॉप मोबाइल फोन एटीएम कार्ड सिम कार्ड समेत अन्य सामान के साथ दो बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किया गया बदमाश के पाससे पुलिस एक लैपटॉप,चार मोबाइल,309 एटीएम कार्ड,234 सीम कार्ड, एक माइक्रो एटीएम, एक फिंगरप्रिंट स्कैनर एवं 53 व्यक्तियों का आधार कार्ड की छाया प्रति कुछ डायरी एवं अन्य दस्तावेज मनरेगा योजना से जुड़े 35 फाइल बरामद किया। गिरफ्तार किया गया व्यक्ति स्थानीय उमाकांत साहनी के पुत्र निखिल कुमार एवं दिनेश साहनी के पुत्र मनदीप कुमार बताया गया। यह जानकारी साइबर डीएसपी चांदनी सुमन ने थाना पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया। इस मौके पर सदर टू एसडीपीओ ओमप्रकाश मौजूद रहे।
चांदनी सुमन ने बताया कि गिरफ्तार किया गया दोनों व्यक्ति पंचायत में मनरेगा योजना की राशि लोगों को निकाल लेता था। वही फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों से रुपए ठगी करता था। साइबर डीएसपी ने बताया कि साईबर थाना वैशाली को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि काजीपुर थाना क्षेत्र के पहेतिया गाँव के कुछ व्यक्ति अपने घर में विभिन्न व्यक्तियों के साथ साईबर ठगी की घटना को अंजाम देते है। प्राप्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु साईबर थाना द्वारा काजीपुर थाना के सहयोग से उक्त स्थल की छापेमारी की गई। छापेमारी के क्रम में एक व्यक्ति मंदीप कुमार पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया जिसे साथ के सशस्त्र बल के सहयोग से पकड़ लिया गया। उक्त व्यक्ति की तलाशी ली गई तो उसके पास से 02 मोबाईल, 01 लैपटॉप, दानवी फाइनेंस सर्विस लिमिटेड का लोन संबंधित ढेर सारे कागजात, आधार कार्ड एवं महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किया गया।
दूसरी छापेमारी में मिला यह सामान
पुनः मंदीप कुमार को साथ लेकर निखिल कुमार पिता उमाकांत सहनी के घर छापेमारी किया गया तो निखिल कुमार के पास से 02 मोबाइल, 309 एटीएम कार्ड, कुछ सादा एटीएम कार्ड तथा एक डब्बा में कुल 234 सिम कार्ड एवं उनके कमरा की तलाशी लेने पर 01 माइक्रो चिप एटीएम हैंडलर, 01 फिंगरप्रिंट स्कैनर, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कुल 35 फाइल, कुल 32 व्यक्तियों के अलग-अलग आधार कार्ड की छायाप्रति एवं 01 डायरी बरामद किया गया। पकड़े गये दोनों युवक से जब पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा दानवी फाइनेंस सर्विस लिमिटेड नामक कंपनी के नाम से स्थानीय लोगों को बहला-फुसलाकर उनके सारे दस्तावेज लेकर फर्जी लोन देने का कार्य करते थे।
मनरेगा में ऐसे मजदूरों को लगाते थे चूना
जबकि इनके पास दानवी फाइनेंस सर्विस लिमिटेड के नाम का कोई भी लाईसेंस नहीं है, साथ ही इनके द्वारा मनरेगा से मजदूरों का पैसा मिलने के नाम पर फिनों पेमेंट बैंक में खाता खुलवाकर, मनरेगा का पैसा आने के बाद कुछ लोगों को पैसा देकर बाकी सभी पैसा दूसरे के खातों पर ट्रांसफर कराकर रख लिया जाता था एवं मजदूरों को नया सिम दे दिया जाता था जिससे मनरेगा के तहत आने वाले पैसे की जानकारी उस व्यक्ति को नहीं रहती थी। इनलोगों के द्वारा ठगी करने के उद्येश्य से जॉब कार्ड खोलने के नाम पर भी लोगो से उनकी निजी जानकारी एवं आधार कार्ड व अंगूठा का निशान ले लिया जाता था। इस संदर्भ में साइबर थाना में आईटी एक्ट दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
Report - Rishav kumar