मौलवी साहब माशूका संग आपत्तिजनक हालत में धराये पंचायत ने पेड़ से बांधकर जमकर की पिटाई

एक मौलवी और शादीशुदा महिला को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। मौलवी गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम करता है। मामला सामने आते ही ग्रामीण बौखला गए और दोनों को पकड़कर एक पेड़ से बांध दिया। जिसके बाद भीड़ ने मौलवी की जमकर पिटाई कर दी।

बिहार के सुपौल जिले से एक बार फिर भीड़तंत्र और पंचायत की मनमानी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह घटना जिले के बलुआ बाजार थाना क्षेत्र के तुलसीपट्टी गांव की बताई जा रही है। वीडियो में एक प्रेमी जोड़े को गांव के लोगों द्वारा एक पेड़ से बांधकर मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। इस घटना ने एक बार फिर कानून को हाथ में लेने वाले ग्रामीणों के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


मौलवी और शादीशुदा माशूका को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा

सूत्रों के अनुसार, गांव के कुछ लोगों ने एक मौलवी और एक शादीशुदा महिला को आपत्तिजनक हालत में साथ देख लिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने तत्काल दोनों को पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि मौलवी गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम करता था। मामला सामने आते ही ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने दोनों को गांव के बीचोंबीच एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद, गुस्साई भीड़ ने मौलवी के साथ जमकर हाथापाई और मारपीट की, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


पंचायत ने दो लाख का जुर्माना लगाकर मामला किया रफा-दफा

भीड़ द्वारा पिटाई किए जाने के बाद गांव में इस मामले को लेकर एक पंचायत बुलाई गई। बताया जा रहा है कि पंचायत में इस मामले को रफा-दफा करने के लिए कथित तौर पर करीब दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। जुर्माना भरने के बाद मामला शांत कर दिया गया। हालांकि, किसी ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद यह खबर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है और घटना की प्रकृति को देखते हुए पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा है।


पुलिस ने वीडियो की जांच कर FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की

इस वायरल वीडियो और घटना पर संज्ञान लेते हुए बलुआ बाजार के थानाध्यक्ष सुमित कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा वायरल वीडियो की जांच कर ली गई है। थानाध्यक्ष ने पुष्टि की कि इस मामले में कानून का उल्लंघन हुआ है और आरोपी ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी और भीड़तंत्र की मनमानी करने वालों पर शिकंजा कसेगी।