Adani group - इसे बोलते हैं अच्छे दिन, एक रुपए में जमीन, सोशल मीडिया से वीडियो हटाने के कोर्ट के आदेश के बाद सेबी ने दी गौतम अडानी को क्लीन चिट
Adani group - अडानी ग्रुप और गौतम अडानी के लिए पिछले कुछ दिन अच्छे रहे हैं। कंपनी को एक साथ तीन बड़ी खुशियां मिली है।
Patna – देश के बड़े उद्योगपति में शामिल गौतम अडानी के लिए साल की दूसरी छमाही बेहद ही फायदेवाली साबित हो रही है। पिछले एक सप्ताह में अडानी ग्रुप को तीन बड़ी खुशी मिली है।
इनमें सबसे पहले बिहार के पीरपैंती पावर प्लांट 26 हजार करोड़ के निर्माण कार्य शुरू हुआ। पीएम मोदी ने इस प्लांट का शिलान्यास किया। वहीं एक दिन पहले ही नई दिल्ली रोहिणी कोर्ट ने गौतम अडानी से जुड़े साले विवादित पोस्ट और समाचार को हटाने का निर्देश जारी कर दिया।
अब सेबी ने भी गौतम अडानी को बड़ी राहत दी है। सेबी ने गौतम अडानी और अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग कांड से बरी कर दिया है।
आज सेबी ने इस मामले में सेबी ने बताया कि अडानी समूह से जुड़े आरोपों की जांच पूरी हो चुकी है और आरोप साबित नहीं हुए। सेबी के मुताबिक न तो नियमों का उल्लंघन हुआ, न ही मार्केट मैन्युपलेशन या इनसाइडर ट्रेडिंग के सबूत मिले हैं।
अडानी ग्रुप की कंपनियों को राहत
सेबी के इस ऑर्डर में अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी पावर लिमिटेड, एडिकॉर्प एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, गौतम शांतिलाल अडानी और राजेश शांतिलाल अडानी को राहत मिली है।
अडानी ग्रुप पर लगे थे यह आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि एडिकॉर्प एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड का उपयोग अलग-अलग अडानी समूह कंपनियों से सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध अडानी पावर को फाइनेंस करने के लिए फंड भेजने के साधन के रूप में किया गया था।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि अडानी समूह के तहत चार कंपनियों ने अडानी समूह के लेंडर्स के वित्तीय विवरणों में इन ट्रांजैक्शन का कोई खुलासा किए बिना, 2020 में कंपनी को कुल 6.2 बिलियन रुपये (87.4 मिलियन डॉलर) का ऋण दिया, जिनमें से कई सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध हैं।
हिंडनबर्ग ने आगे आरोप लगाया कि एडिकॉर्प एंटरप्राइजेज ने अपनी नई पूंजी का इस्तेमाल 2020 में अडानी पावर को अनसिक्योर आधार पर 6.1 बिलियन रुपये (86 मिलियन डॉलर) का लोन देने के लिए किया।