शक्ति पंप्स लिमिटेड के शेयरों में 6 फरवरी 2025 को लगातार दूसरे दिन 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 874 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर बंद हुए। इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी को महाराष्ट्र ऊर्जा विभाग एजेंसी (MEDA) से प्राप्त नया बड़ा ऑर्डर था, जो पीएम-कुसुम योजना के तहत 877 सौर फोटोवोल्टिक जल पंपिंग सिस्टम (एसपीडब्ल्यूपीएस) की आपूर्ति से जुड़ा हुआ है।
शक्ति पंप्स को कुल 24 करोड़ रुपये का यह ऑर्डर प्राप्त हुआ है, जिसके तहत उन्हें महाराष्ट्र राज्य में सौर पंपिंग सिस्टम की आपूर्ति करनी होगी। इस परियोजना में पूरे राज्य में 877 एसपीडब्ल्यूपीएस इकाइयों का डिजाइन, निर्माण, आपूर्ति, परिवहन, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग शामिल है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इस कार्य को वह 120 दिनों के भीतर पूरा कर लेगी।
शक्ति पंप्स की विशेषता उनके पंप, मोटर और स्पेयर पार्ट्स के निर्माण में है। कंपनी की प्रमुख उत्पाद लाइनअप में इंजीनियर पंप, औद्योगिक पंप और सौर पंप शामिल हैं। इस नए ऑर्डर से कंपनी के कारोबार में एक नई गति मिल सकती है, जो उसकी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगा।
शक्ति पंप्स ने हाल ही में अपनी तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे, जिसमें कंपनी का शुद्ध लाभ साल दर साल 130 प्रतिशत बढ़कर 104 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी का परिचालन से राजस्व भी 31 प्रतिशत बढ़कर 648.8 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ ही, कंपनी की ऑर्डर बुक भी मजबूत रही है और दिसंबर 2024 तक शक्ति पंप्स के पास कुल 2,070 करोड़ रुपये का ऑर्डर पेंडिंग था, जिसमें महाराष्ट्र के मैगल टायला सौर कृषि पंप योजना के तहत 754.3 करोड़ रुपये का ऑर्डर भी शामिल था।
कंपनी ने भविष्य में 25 प्रतिशत का विकास लक्ष्य रखा है और इसके लिए वह योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 400 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य बना रही है।
पिछले तीन महीनों में शक्ति पंप्स के शेयरों में 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो निफ्टी 50 के 9 प्रतिशत के नुकसान से काफी बेहतर प्रदर्शन है। पिछले एक साल में, कंपनी के शेयर ने 310 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। कंपनी के शेयर की कीमत एक साल पहले 213 रुपये थी, जो अब बढ़कर 874 रुपये तक पहुंच गई है।
शक्ति पंप्स के शेयरों में हालिया वृद्धि और मजबूत ऑर्डर बुक यह संकेत देती है कि कंपनी आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। पीएम-कुसुम योजना के तहत सौर पंपों की आपूर्ति जैसे प्रोजेक्ट्स से कंपनी के कारोबार में वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही, कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूती की ओर बढ़ रही है, जिससे निवेशकों में सकारात्मक माहौल बना हुआ है।