शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों के लिए क्या हो सकता है सुरक्षित विकल्प?

अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जो जोखिम से बचना चाहते हैं, लेकिन इक्विटी और डेट दोनों के लाभ का फायदा उठाना चाहते हैं, तो आक्रामक हाइब्रिड फंड आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

Hybrid Fund
Hybrid Fund- फोटो : Social Media

शेयर बाजार में इन दिनों उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों के बीच घबराहट और चिंता का माहौल बना हुआ है। इक्विटी से डेट एसेट क्लास में शिफ्ट हो रहे निवेशक जोखिम से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यदि आप भी उन निवेशकों में से एक हैं, जो शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए सुरक्षित और स्थिर निवेश की तलाश में हैं, तो "आक्रामक हाइब्रिड फंड" एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि यह फंड कैसे काम करता है और क्यों आपको इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहिए।

आक्रामक हाइब्रिड फंड एक मिश्रित निवेश योजना है, जिसमें कुल कोर्पस का 65-80% हिस्सा इक्विटी में और बाकी का डेट में निवेश किया जाता है। इस फंड की खासियत यह है कि यह इक्विटी और डेट दोनों एसेट क्लास में निवेश करता है, जिससे निवेशक को दोनों प्रकार के निवेशों का लाभ मिलता है। जहां एक ओर इक्विटी में रिटर्न उच्च हो सकता है, वहीं डेट में जोखिम कम होता है और स्थिर रिटर्न मिलता है। इस प्रकार, हाइब्रिड फंड निवेशकों के लिए जोखिम को कम करने और लाभ को बढ़ाने का एक आदर्श तरीका हो सकता है।

कैसे काम करता है आक्रामक हाइब्रिड फंड?

आक्रामक हाइब्रिड फंड बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान दो प्रकार से काम करता है:

  1. तेजी के दौरान इक्विटी का लाभ: जब बाजार तेजी से बढ़ता है, तो फंड का इक्विटी हिस्सा उच्च रिटर्न प्रदान करता है, जिससे निवेशक को अच्छा लाभ मिलता है।
  2. गिरावट के दौरान डेट का सुरक्षा कवच: जब बाजार में गिरावट आती है, तो डेट एसेट्स एक सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं। डेट इंस्ट्रूमेंट्स स्थिर रिटर्न देते हैं, जिससे फंड के मूल्य में गिरावट कम होती है।

इसके अलावा, जब ब्याज दरों में कटौती होती है, तो डेट एसेट्स को लाभ मिलता है और यह विशेष रूप से उच्च रिटर्न देने लगते हैं। इसलिए, आक्रामक हाइब्रिड फंड न केवल संभावित लाभ देता है, बल्कि यह जोखिम को भी कम करने में मदद करता है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या आक्रामक हाइब्रिड फंड वास्तव में अच्छा रिटर्न दे सकता है? इसका जवाब है "हां"। सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक है "आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी और डेट फंड", जिसे नवंबर 1999 में लॉन्च किया गया था। इस फंड ने पिछले 25 वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है और इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 39,886 करोड़ रुपये है।

इस फंड ने 15% का सीएजीआर (कॉम्पाउंडेड एनेनुअल ग्रोथ रेट) प्रदान किया है, जो एक शानदार उपलब्धि है। उदाहरण के लिए, अगर कोई निवेशक पिछले 25 वर्षों में इस फंड में हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करता, तो आज उसका निवेश 3 करोड़ रुपये बन गया होता। मतलब, उसने अपने 30 लाख रुपये के निवेश को 10 गुना बढ़ा लिया!

इस फंड में 93 स्टॉक्स शामिल हैं, जिनमें से प्रमुख स्टॉक्स निफ्टी 50 इंडेक्स से संबंधित हैं। इन स्टॉक्स का चयन इस तरह से किया गया है कि पोर्टफोलियो में उच्च रिटर्न और कम जोखिम दोनों का संतुलन बने। इसके अलावा, डेट पोर्टफोलियो में मुख्य रूप से सॉवरेन बॉन्ड (भारत सरकार द्वारा जारी प्रतिभूतियाँ) शामिल हैं, जो बेहद सुरक्षित होते हैं।

इस फंड के डेट हिस्से में कम जोखिम के बावजूद उच्च रिटर्न की संभावना रहती है, जिससे निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प बनता है।

अगर आप भी इस फंड में निवेश करने का विचार बना रहे हैं, तो आप एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं। एसआईपी में आप छोटी-छोटी राशियों से शुरुआत कर सकते हैं, और जैसे-जैसे आपका निवेश बढ़ता है, आप टॉप-अप के जरिए अपनी मासिक राशि को 8-10% तक बढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से आपके निवेश में समय के साथ बढ़ोतरी होगी, और आप आने वाले 15 से 20 वर्षों में अप्रत्याशित लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

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