Teacher Job 2025: शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी, 26 हज़ार शिक्षकों की बहाली का ऐलान, सीएम का बड़ा तोहफ़ा

Teacher Job 2025: शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खुशख़बरी आई है। राज्य सरकार ने साफ़ कर दिया है कि अब शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत बनाने के लिए व्यापक स्तर पर बहाली की जाएगी।...

26 हज़ार शिक्षकों की बहाली का ऐलान- फोटो : X

Teacher Job 2025: शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खुशख़बरी आई है। राज्य सरकार ने साफ़ कर दिया है कि अब शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत बनाने के लिए व्यापक स्तर पर बहाली की जाएगी।झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में आयोजित एक विशेष समारोह में ऐलान किया कि जल्द ही झारखंड में 26,000 शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होगी।

 झारखंड मंत्रालय में आयोजित नव-नियुक्त स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सीएम सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गोड्डा जिले और अन्य ज़िलों से जुड़े गणित और विज्ञान के कुल 301 सहायक आचार्यों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इनमें 131 स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य (गणित एवं विज्ञान) और 170 इंटर प्रशिक्षित सहायक आचार्य (कक्षा 1 से 5) शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त और आधुनिक बनाने के लिए सरकार लगातार क़दम उठा रही है। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा, मेडिकल से लेकर इंजीनियरिंग तक – हर स्तर पर सुधार की कोशिशें जारी हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य है कि नई पीढ़ी को सकारात्मक दिशा और बेहतर भविष्य दिया जाए।

सीएम सोरेन ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि 26 हज़ार नए शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य के विभिन्न ज़िलों में लंबे समय से खाली पड़े पदों को अब भरने की तैयारी है। इस घोषणा से अभ्यर्थियों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।

उन्होंने शिक्षा के महत्व पर बोलते हुए कहा कि पहले के ज़माने में जब किताब-कॉपी तक की सुविधा नहीं थी, लोग स्लेट पर लिखकर ही ज्ञान अर्जित करते थे। उस दौर में भी लोग जीवन की व्यवहारिकता से बहुत कुछ सीखते थे। लेकिन आज का समय अलग है, आज शिक्षा ही बच्चों के बौद्धिक विकास की सबसे अहम सीढ़ी है।

सोरेन ने कहा कि बदलते दौर में ब्लैकबोर्ड से डिजिटल ब्लैकबोर्ड तक का सफ़र इस बात का प्रमाण है कि राज्य शिक्षा में बेहतर से बेहतर तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। अब ज़रूरत है कि बच्चे इस डिजिटल युग की शिक्षा से लैस होकर आगे बढ़ें और समाज को नई दिशा दें।

राज्य सरकार की यह घोषणा न सिर्फ़ अभ्यर्थियों के लिए राहत और उम्मीद लेकर आई है, बल्कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव का संकेत भी देती है।