Chandan Mishra Murder Case:फेमस होने की ख्वाहिश में चंदन मिश्रा हत्याकांड में सेटर बलवंत सिंह ने कैसे निभाई भूमिका, पुलिस ने तोड़ दिया, पढ़िए सोशल मीडिया से संगठित अपराध तक की कहानी
Chandan Mishra Murder Case: सोशल मीडिया स्टार बनना चाहता था, लेकिन बन गया गैंगस्टरों का मुहर्रिर। बक्सर के लीलाधरपुर परसिया गांव निवासी 22 वर्षीय बलवंत सिंह की कहानी एक खतरनाक मोड़ पर आकर खत्म होती दिख रही है
Chandan Mishra Murder Case: सोशल मीडिया स्टार बनना चाहता था, लेकिन बन गया गैंगस्टरों का मुहर्रिर। बक्सर के लीलाधरपुर परसिया गांव निवासी 22 वर्षीय बलवंत सिंह की कहानी एक खतरनाक मोड़ पर आकर खत्म होती दिख रही है। जो युवक कभी इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाकर लोकप्रियता की तलाश में था, आज वही चंदन मिश्रा जैसे कुख्यात गैंगस्टर की हत्या में मुख्य भूमिका निभाने वाला साजिशकर्ता बन चुका है।
मंगलवार सुबह करीब पौने छह बजे आरा के बिहिया-कटेया पथ पर नदी किनारे पुलिस और एसटीएफ की टीम की अपराधियों से मुठभेड़ हुई। इस दौरान दो अपराधियों बलवंत सिंह और रविरंजन सिंह को गोली लगी और एक अन्य अभिषेक को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया।
बलवंत को हाथ और पैर में गोली लगी जबकि रविरंजन को जांघ में। घायल दोनों को बिहिया अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
स्थानीय लोग बताते हैं कि बलवंत सिंह एक व्यवहार-कुशल लेकिन महत्वाकांक्षी युवक था, जिसे जल्दी पहचान और प्रसिद्धि की चाह थी। इंस्टाग्राम पर लगातार वीडियो पोस्ट करना, पोज़िंग, हथियारों की तस्वीरें और स्टाइलिश कैप्शन—सब उसकी मानसिकता की ओर इशारा कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, बलवंत शेरू गैंग का सक्रिय सदस्य था। शेरू सिंह, जो इस समय पुरुलिया जेल में बंद है, उसके सीधे संपर्क में बलवंत था। जानकारी के मुताबिक, चंदन मिश्रा की हत्या में शामिल पांच शूटरों को बलवंत ने ही पारस अस्पताल तक पहुंचाया और उन्हें 10 पिस्टल मुहैया करवाईं।
बलवंत सिर्फ ज़मीनी सहयोगी नहीं था, बल्कि पूरे नेटवर्क में एक भरोसेमंद लिंकर की भूमिका निभा रहा था। उसकी गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि चंदन मिश्रा की हत्या एक सुनियोजित साजिश थी, जिसे शेरू के इशारों पर अंजाम दिया गया।
बलवंत की कहानी बिहार के युवा वर्ग के एक खतरनाक ट्रेंड की ओर इशारा करती है जहाँ सोशल मीडिया की आभासी पहचान की भूख, असली अपराध की दुनिया में ले जा रही है। पुलिस बलवंत की ऑनलाइन गतिविधियों की भी जांच कर रही है और यह देखा जा रहा है कि कहीं वह किसी बड़ी नेटवर्किंग या गैंग रिक्रूटमेंट प्लान का हिस्सा तो नहीं था।
सोशल मीडिया का स्टार बनने चला बलवंत, बन गया गैंग का मोहरा अब जेल की चारदीवारी उसका अगला मंच होगा।
कुलदीप भारद्वाज की रिपोर्ट