Bengaluru Crime: बेंगलुरु का चौंकाने वाला डॉक्टर मर्डर केस! जब पति ने इंजेक्शन से दी पत्नी को मौत, सच्चाई सामने आने के बाद चौक गए लोग

Bengaluru Crime: बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में डॉक्टर पति ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी। शादी को 11 महीने हुए थे। फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोला राज — प्रोपोफोल इंजेक्शन से दी गई थी मौत।

दिल दहला देने वाली वारदात- फोटो : social media

Bengaluru Crime:  बेंगलुरु के मशहूर विक्टोरिया अस्पताल से जुड़ी यह घटना किसी फिल्म की पटकथा जैसी लगती है — लेकिन यह एक सच्ची अपराध कहानी है।यहां एक डॉक्टर पति ने अपनी ही पत्नी की चालाकी से हत्या कर दी। दोनों एक ही अस्पताल में कार्यरत थे — पत्नी डॉ. कृतिका रेड्डी, स्किन स्पेशलिस्ट, और पति डॉ. महेंद्र रेड्डी, जनरल सर्जन के पद पर।शादी को हुए थे सिर्फ 11 महीने, लेकिन इस रिश्ते के पीछे छिपे रहस्यों ने पूरे शहर को हिला दिया।

कृतिका कुछ दिनों से बीमार थीं, इसलिए वह अपने पिता के घर पर रह रही थीं। पति महेंद्र अक्सर उनसे मिलने आते और उनकी देखभाल करने का दिखावा करते। परिवार को लगता था कि वह एक जिम्मेदार पति है — लेकिन हकीकत इसके बिलकुल उलट थी।

इंजेक्शन में छिपी थी मौत की साजिश

23 अप्रैल की रात एक अनहोनी हो गई। महेंद्र ने लगातार दो दिन तक कृतिका को आईवी इंजेक्शन दिए, यह कहकर कि यह उनकी तबीयत सुधारने के लिए हैं, लेकिन उसी रात अचानक कृतिका की हालत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पहली नजर में यह मामला अप्राकृतिक मृत्यु जैसा लगा और पुलिस ने यूडीआर (Unnatural Death Report) दर्ज कर जांच शुरू की।

छह महीने बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट आई तो सच्चाई किसी सदमे से कम नहीं थी। रिपोर्ट में पाया गया कि कृतिका के शरीर में प्रोपोफोल (Propofol) नामक एनेस्थीसिया ड्रग मौजूद थी — वही दवा जो सिर्फ ऑपरेशन थिएटर में मरीज को बेहोश करने के लिए इस्तेमाल की जाती है।इसका मतलब साफ था — यह हत्या थी, इलाज नहीं।

बहन के शक ने खोली पूरी साजिश

कृतिका की बहन डॉ. निकिता रेड्डी को शुरू से ही शक था कि उनकी बहन की मौत सामान्य नहीं है। उन्होंने पुलिस से दोबारा जांच की मांग की।जब केस की फाइल दोबारा खुली, तो कई ऐसे तथ्य सामने आए जिन्होंने महेंद्र की साजिश को उजागर कर दिया।जांच में पता चला कि महेंद्र रेड्डी और उनके परिवार के खिलाफ पहले से कई आपराधिक केस दर्ज थे, जिनकी जानकारी शादी के समय छिपाई गई थी।निकिता के लगातार दबाव और फॉरेंसिक साक्ष्यों की मदद से आखिर पुलिस ने डॉ. महेंद्र रेड्डी को मणिपाल से गिरफ्तार कर लिया। अब उससे पूछताछ जारी है कि उसने अपनी पत्नी को क्यों और कैसे मौत के घाट उतारा।

शक, झूठ और लालच की परतें

पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में सामने आया कि पति-पत्नी के बीच आर्थिक और पारिवारिक विवाद चल रहे थे।महेंद्र का स्वभाव हिंसक बताया जा रहा है और उसने अपनी पत्नी पर नियंत्रण रखने की कोशिश की। कई बार झगड़े भी हुए।फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या महेंद्र ने यह साजिश किसी और के साथ मिलकर रची थी या यह पूरा प्लान अकेले उसने बनाया।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

महेंद्र की गिरफ्तारी के बाद इस केस ने पूरे मेडिकल समुदाय को हिलाकर रख दिया है।बेंगलुरु पुलिस ने कहा है कि यह मामला पूर्व नियोजित हत्या का है और इसमें जहर देने की मंशा स्पष्ट है।अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि प्रोपोफोल जैसी नियंत्रित दवा उसे कहां से और कैसे मिली, क्योंकि यह केवल अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में ही उपलब्ध होती है।जांच अधिकारी इस बात पर भी गौर कर रहे हैं कि क्या किसी अन्य डॉक्टर या स्टाफ ने इसमें मदद की थी।