Bihar News: बाल सुधार गृह बना भूचाल का अड्डा, आधी रात गार्ड पर हमला कर 12 बाल अपराधी फरार, पुलिस ने कसा शिकंजा

बाल सुधार गृह में तैनात गार्डों पर अचानक हमला हुआ। अंदर बंद 12 बाल अपराधियों ने मिलकर पहले से योजना बनाते हुए गार्डों को ईंट, डंडों और धारदार हथियारनुमा चीज़ों से चोट पहुँचाई।...

आधी रात गार्ड पर हमला कर 12 बाल अपराधी फरार- फोटो : reporter

Bihar News: दरभंगा के लहेरियासराय में मंगलवार देर रात ऐसा हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ, जिसने प्रशासन से लेकर शहर के आम लोगों तक को झकझोर दिया। जिस बाल सुधार गृह को सुधार के नाम पर चलाया जाता है, वही क़ैदख़ाना अचानक भगदड़ का अड्डा बन गया।सूत्रों के मुताबिक रात करीब 11 बजे बाल सुधार गृह में तैनात गार्डों पर अचानक हमला हुआ। अंदर बंद 12 बाल अपराधियों ने मिलकर पहले से योजना बनाते हुए गार्डों को ईंट, डंडों और धारदार हथियारनुमा चीज़ों से चोट पहुँचाई। दो गार्डों को बुरी तरह घायल कर दिया गया। इसके बाद मौका देखते ही सभी 12 बच्चे पीछे की ऊँची दीवार फांदकर अंधेरे में गायब हो गए।

ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने हड़बड़ाकर इसकी सूचना प्रशासन को दी। रात के सन्नाटे में अचानक अलर्ट जारी हुआ और पुलिस महकमे में भगदड़ मच गई। थोड़ी ही देर में एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी जलारेड्डी समेत वरीय अधिकारी मौके पर पहुँचे। शहर की सीमाओं पर नाकेबंदी कर दी गई, थाना क्षेत्रों को सतर्क कर दिया गया, और पुलिस की टीमें अलग-अलग दिशाओं में दबिश देने निकल गईं।

कड़ी स्कैनिंग के बाद पुलिस ने त्वरित एक्शन दिखाते हुए अब तक 5 फरार बच्चों को धर-दबोचा है और दोबारा सुधार गृह भेज दिया है। पर अभी भी 7 आरोपी हवा में हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें रात-दिन छापेमारी कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने से लेकर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और घनी बस्तियों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।

एसएसपी ने घटना की पुष्टि करते हुए साफ कहा कि 12 बच्चे फरार हुए थे, 5 गिरफ्तार कर लिए गए हैं। बाकी 7 को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार ऑपरेशन में है। सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार यह कोई अचानक की गई हरकत नहीं, बल्कि अंदर ही अंदर चल रही प्लानिंग का नतीजा है। बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था लंबे समय से सवालों के घेरे में थी। अनियमित गश्त, कर्मियों की लापरवाही, और बच्चों के बीच गिरोहबाज़ मानसिकता की शिकायतें आती रही थीं। कई बार अनुशासनहीनता के मामले दबाए गए, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई।

घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है, गार्डों से पूछताछ की जा रही है और हर सुविधा की जांच चल रही है। पुलिस अब उन 7 फरार नाबालिगों पर शिकंजा कसने में जुटी है, ताकि शहर की सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था सामान्य रखी जा सके।

रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर