Bihar Crime: दरभंगा में चापाकल पर कब्ज़े की जंग… मारपीट, रंगदारी और दबंगई के आरोपों से सुलगा इलाका
एक सरकारी चापाकल की घेराबंदी को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर तनाव, भिड़ंत और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पानी जैसे बुनियादी संसाधन पर कब्ज़े की जंग ने पूरे इलाके में उथल-पुथल मचा दी है।...
Bihar Crime: दरभंगा ज़िले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र स्थित मिर्ज़ापुर देकुली में एक सरकारी चापाकल की घेराबंदी को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर तनाव, भिड़ंत और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पानी जैसे बुनियादी संसाधन पर कब्ज़े की जंग ने पूरे इलाके में उथल-पुथल मचा दी है।
पहला पक्ष आरोप लगा रहा है कि इलाके के एक दबंग व्यक्ति ने सरकारी चापाकल को जबरन घेर लिया, जबकि उसी चापाकल से दर्जनों दलित परिवारों की पानी की जरूरत पूरी होती थी। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो कथित तौर पर उनके साथ लाठी-डंडों से मारपीट की गई और उन्हें धमकाया गया।
दूसरी ओर, विरोधी पक्ष का कहना है कि चापाकल उनकी निजी जमीन पर स्थित है। उनका आरोप है कि CPM के नेताओं ने जमीन की घेराबंदी रोकने के लिए न सिर्फ दबाव बनाया, बल्कि उन पर रंगदारी की मांग का भी आरोप मढ़ा। दोनों पक्षों की ओर से आवेदन मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
CPM राज्य सचिव मंडल सदस्य श्याम भारती ने लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि 20 लाख रुपये रंगदारी की मांग का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।उन्होंने गंगा यादव को भू-माफिया बताते हुए कहा कि वह सरकारी चापाकल पर अवैध कब्ज़ा कर रहा था।विरोध करने पहुंचे निहत्थे दलितों पर हथियार से कातिलाना हमला किया गया।
भाजपा–जदयू के लोगों पर आरोप लगाया कि वे सरकारी तंत्र की मदद से उनकी छवि धूमिल करने की साज़िश कर रहे हैं।श्याम भारती ने गंगा यादव की संपत्ति की जांच और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
दूसरी तरफ़ गंगा यादव ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं ।उनका कहना है कि वे अपनी ही जमीन पर घेराबंदी कर रहे थे।तभी CPM नेता श्याम भारती, उनके भाई घनश्याम भारती और अन्य लोग हमला करने आ गए।
उन्होंने दावा किया कि विवाद की जड़ 20 लाख रुपये रंगदारी है।आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनसे रंगदारी के साथ वोट देने का दबाव बनाया गया।रंगदारी नहीं देने पर उनके जमीन पर घुसकर मारपीट और लूटपाट की गई।
फिलहाल दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। चापाकल की घेराबंदी से शुरू हुआ विवाद अब सियासत, रंगदारी और कब्ज़ा जैसे गंभीर आरोपों में बदल चुका है, जिससे पूरा इलाका तनाव में है।
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर