Bihar Ambulance Gangrape: एंबुलेंस बनी हैवानियत का अड्डा, बिहार में होमगार्ड की महिला अभ्यर्थी से चलती गाड़ी में गैंगरेप, दो आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी

har Ambulance Gangrape:गयाजी ज़िले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक दरिंदगी भरी वारदात सामने आई है, जिसने न सिर्फ व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की पोल भी खोल दी है।...

अभ्यर्थी से चलती एंबुलेंस में गैंगरेप- फोटो : reporter

Bihar Ambulance Gangrape:गयाजी ज़िले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक दरिंदगी भरी वारदात सामने आई है, जिसने न सिर्फ व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की पोल भी खोल दी है। बोधगया में होमगार्ड बहाली के दौरान 26 वर्षीय महिला अभ्यर्थी के साथ चलती एंबुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी है।

यह दिल दहला देने वाली वारदात बीएमपी-3 परिसर में हुई, जहाँ शारीरिक परीक्षण के दौरान युवती की तबीयत बिगड़ने पर उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही दरिंदों ने उसे बेहोशी की हालत में अपनी हवस का शिकार बना डाला।

पीड़िता, जो इमामगंज थाना क्षेत्र की निवासी है, ने होश में आने के बाद बताया कि एंबुलेंस में मौजूद तीन से चार लोगों ने उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इस अमानवीय कृत्य में एंबुलेंस का ड्राइवर और टेक्नीशियन भी शामिल थे। बोधगया थाने में FIR दर्ज होने के बाद एसएसपी आनंद कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी गठित की। त्वरित कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अहम सुराग जुटाए हैं और बाकी आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पीड़िता के बयान के अनुसार, गाड़ी में कम से कम चार लोग मौजूद थे, लेकिन अभी तक सिर्फ दो की गिरफ्तारी हुई है।

एसएसपी आनंद कुमार ने साफ शब्दों में कहा है, "यह घटना बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सभी संलिप्तों को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी शिकंजे में लाया जाएगा।"

इस घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर काला धब्बा लगा दिया है। एंबुलेंस, जो जीवन बचाने का माध्यम है, अब हवस का अड्डा बन जाए—यह सोचकर ही रूह कांप जाती है। सवाल यह भी है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? और कौन हैं वो लोग जो इस अपराध के पीछे हैं?अब देखना ये है कि क्या पुलिस सिर्फ गिरफ्तारी तक सीमित रहेगी, या इस दरिंदगी की जड़ तक जाकर इंसाफ दिलाएगी?

रिपोर्ट- मनोज कुमार