तीन लाख का इनामी हत्यारा गिरफ़्तार, चरस, नकदी और बाइक सहित पुलिस ने धर दबोचा
Bihar Crime: एसटीएफ और पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लाख रुपये के इनामी बदमाश मनीष कुशवाहा को धर दबोचा।
Bihar Crime: एसटीएफ और पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लाख रुपये के इनामी बदमाश मनीष कुशवाहा को धर दबोचा। फरार चल रहे इस अपराधी के पास से 1.235 किलो चरस, एक बाइक, मोबाइल और 31 हजार रुपये नकद बरामद किए गए। मनीष कुशवाहा पुलिस की पांच साल से तलाश में था और उसकी गिरफ्तारी ने पूरे गोपालगंज के कटेया थाना क्षेत्र में हलचल मचा दी।
जानकारी के अनुसार, मनीष कुशवाहा जादोपुर थाना क्षेत्र के निरंजना गांव का निवासी है और उस पर हत्या, लूट, रंगदारी व फायरिंग समेत 25 दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। विशेष तौर पर वर्ष 2020 में जादोपुर थाना क्षेत्र के बरईपट्टी गांव निवासी किराना दुकानदार त्रिलोकी साह की हत्या के बाद से मनीष फरार था। उसके फरार रहने पर पुलिस मुख्यालय ने उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
एसटीएफ को सूचना मिली कि बदमाश यूपी की सीमावर्ती इलाके में किसी से मिलने के लिए आया है। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर मनीष कुशवाहा को पकड़ लिया। इस दौरान उसका खेल ख़त्म हुआ और वह पुलिस की पकड़ में आ गया।
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि गिरफ्तार मनीष कुशवाहा के पास से भारी मात्रा में चरस बरामद हुई है। पुलिस को शक है कि पुलिस से बचने और अपनी जीविका चलाने के लिए मनीष कुशवाहा चरस की तस्करी में लिप्त था। इसके अलावा वह अपने रैकेट के जरिए रंगदारी और अन्य अपराधों को अंजाम देता रहा।
पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है और शरण देने वाले लोगों की पहचान के लिए छापेमारी अभियान चला रही है। स्थानीय लोगों के नेटवर्क का भी पता लगाया जा रहा है, ताकि इस बड़े अपराधी का समर्थन करने वाले गिरोह को बेनकाब किया जा सके।
गोपालगंज पुलिस की इस कार्रवाई ने अपराधियों में खौफ़ पैदा कर दिया है। मनीष कुशवाहा की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि चाहे वह कितने भी चालाक और सालों से फरार क्यों न हो, कानून की पहुँच उससे कभी दूर नहीं रहती। इस गिरफ्तारी ने जिले में सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की सतर्कता की मिसाल पेश की है।