आर्केस्ट्रा के नाम पर चल रहा था गंदा धंधा, पुलिसने आठ नाबालिग लड़कियों को गंदे काम से कराया आजाद , खेल बेनकाब
Bihar Crime News: पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने उस अंधेरे धंधे का परदाफ़ाश कर दिया, जहां मासूम उम्र की लड़कियाँ ज़ुल्म और ज़र की बाज़ी बन चुकी थीं।
Bihar Crime News: पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने उस अंधेरे धंधे का परदाफ़ाश कर दिया, जहां मासूम उम्र की लड़कियाँ ज़ुल्म और ज़र की बाज़ी बन चुकी थीं। देर रात से लेकर सुबह तक चले इस गुप्त ऑपरेशन में आठ नाबालिग़ लड़कियों को बरामद किया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बरौली के मोहनपुर बाज़ार, सरफरा बाज़ार के पायल टॉकीज़ और सिसई गांव में एक साथ दबिश दी गई।गोपालगंज से एक सनसनीखेज़ ख़बर सामने आई है। बरौली थाना क्षेत्र में मिशन मुक्ति फाउंडेशन और बरौली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से बड़ा खुलासा हुआ है।
लंबे अरसे से इलाके के कुछ आर्केस्ट्रा संचालकों पर पुलिस की नज़र थी। मुखबिरों की सूचना थी कि इन मंचों के पीछे एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो मासूम लड़कियों को झूठे सपनों और लालच के जाल में फँसाकर उनका शोषण करता है। मिशन मुक्ति फाउंडेशन को भी लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि इन मंचों पर नाबालिग़ाओं को धोखे, दग़ाबाज़ी और दबाव में नचवाया जा रहा है।
इसी सूचना के आधार पर मिशन मुक्ति की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन मुक्ति को अंजाम दिया। कार्रवाई पूरी गोपनीयता के साथ की गई ताकि किसी को भनक तक न लगे। जैसे ही पुलिस ने छापा मारा, मौके पर अफ़रातफ़री मच गई। तीन आर्केस्ट्रा संचालकों को रंगे हाथों दबोचा गया, जबकि कुछ लोग अंधेरे का फ़ायदा उठाकर फ़रार हो गए। बरौली पुलिस ने आरोपियों से सख़्त पूछताछ शुरू कर दी है और बाल संरक्षण कानून के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
बरामद की गई लड़कियों को अब सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इन नाबालिग़ाओं को कमाई और शोहरत के झांसे में लाया गया था, लेकिन उन्हें शोषण और ज़ुल्म के दलदल में धकेल दिया गया।
बरौली थाना प्रभारी ने साफ़ कहा है कि गोपालगंज की ज़मीन पर अब किसी भी कीमत पर बाल शोषण या अवैध मनोरंजन के अड्डों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन ने ऐसे सभी स्थलों पर कड़ी निगरानी बढ़ा दी है और आने वाले दिनों में और भी संयुक्त छापेमारियाँ करने की तैयारी है।
यह कार्रवाई गोपालगंज जिले में अब तक की सबसे बड़ी मानव-मुक्ति मुहिम मानी जा रही है जिसने एक बार फिर अपराधियों को ये पैग़ाम दिया है कि “अब अंधेरे में छिपे हर गुनाह को उजाले में लाया जाएगा।
रिपोर्ट -नमोनारायण मिश्रा