Bihar Crime: आधी रात में शिक्षक पर ताबड़तोड़ फायरिंग, हालत गंभीर, इलाके में दहशत, अपराधियों ने पुलिस को दी खुली चुनौती

Bihar Crime: बिहार की सरज़मीन पर एक बार फिर असमाजिक तत्वों ने रात के सन्नाटे को गोलियों की आवाज़ से चीर दिया। ....

आधी रात में शिक्षक पर ताबड़तोड़ फायरिंग- फोटो : reporter

Bihar Crime: बिहार की सरज़मीन पर एक बार फिर असमाजिक तत्वों ने रात के सन्नाटे को गोलियों की आवाज़ से चीर दिया। भोरे थाना क्षेत्र में बुधवारवार देर रात जिस अंदाज़ में पैक्स अध्यक्ष के पति और शिक्षक भुवन भास्कर त्रिपाठी उर्फ नमूना त्रिपाठी पर हमला हुआ, उसने पूरे इलाके में खौफ़ की स्याह चादर फैला दी है। अपराधियों ने घात लगाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की और मौके से ऐसे नौ-दो-ग्यारह हुए मानो उन्हें कानून का कोई ख़ौफ़ ही न हो।

छठियावँ गांव निवासी भुवन भास्कर त्रिपाठी, जो स्थानीय राजनीति और समाजिक गतिविधियों में सक्रिय चेहरे माने जाते हैं, देर रात किसी काम से मझवालिया–पिपरहि पथ से गुजर रहे थे। अंधेरा घना था, सड़क सुनसान। उसी घने सन्नाटे में दो नकाबपोश बदमाश पहले से घात लगाए बैठे थे। जैसे ही त्रिपाठी वहां पहुंचे, अपराधियों ने बेधड़क फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली उनके हाथ में जा धँसी, जबकि चेहरे—विशेषकर नाक के पास—गंभीर चोट के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं।

गोलीबारी की आवाज़ से आसपास के लोगों में अफरातफरी मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने गोरखपुर रेफर कर दिया। राहत की बात यह है कि फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।

सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी हरकत में आए और रातों-रात घटनास्थल का मुआयना किया। एसडीपीओ हथुआ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि दो अज्ञात अपराधियों द्वारा फायरिंग की पुष्टि हो चुकी है। तकनीकी व मानवीय दोनों स्तरों पर जांच तेज कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि अभी तक कारण स्पष्ट नहीं क्या यह पुरानी रंजिश, पंचायती राजनीति, या किसी और गहरी दुश्मनी का नतीजा था?

भुवन भास्कर त्रिपाठी का नाम स्थानीय राजनीति, पैक्स से जुड़ी गतिविधियों और मुखिया चुनाव लड़ने के कारण कई तरह के लोगों से टकराया हुआ माना जाता रहा है। इसलिए पुलिस हर एंगल को ध्यान में रखते हुए केस की कड़ियां जोड़ने में जुटी है।

वारदात के बाद पूरे इलाके में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। लोग यह सवाल उठाने पर मजबूर हैं क्या गोपालगंज में अपराधियों की रात की बादशाहत इतनी बढ़ चुकी है कि वे बेखौफ होकर राजनीतिक रूप से सक्रिय शख्स पर हमला कर दें?क्या सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ कागज़ों में ही रह गई है?

पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही शूटर्स और इस हमले के मास्टरमाइंड को धर दबोचा जाएगा। लेकिन सच यह है कि इस वारदात ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के हौसले यहां ख़तरनाक हद तक बुलंद हो चुके हैं। फिलहाल जांच जारी है और पूरा इलाका इस हमले के असली मक़सद के खुलासे का इंतज़ार कर रहा है।

रिपोर्ट- नमोनारायण मिश्रा