Briber Arrested: घूसखोर अफसर घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, निगरानी विभाग ने कस दिया नट बोल्ट, कार्रवाई से हड़कंप
Briber Arrested: जिस मजदूर को महीने में महज़ ₹8000 की तनख्वाह दी जाती है, उससे 75 हजार की रिश्वत वसूली का प्रयास किया जा रहा था।...
Briber Arrested: बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बार फिर बेनक़ाब हुआ है। खगड़िया जिले के विद्युत आपूर्ति विभाग के कार्यपालक अभियंता गोपाल कुमार को 75,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई उनके सरकारी आवास पर छापेमारी के दौरान की गई।
दरअसल, मानसी चतरा निवासी ब्रजेश कुमार ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी कि अभियंता गोपाल कुमार ने उन्हें मानव बल (मजदूर) के पद पर नियुक्ति दिलाने के एवज में 75,000 रुपये की रिश्वत मांगी है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी राजकुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया।
जैसे ही ब्रजेश कुमार ने तयशुदा राशि अभियंता को सौंपी, टीम ने मौके पर धावा बोल दिया और गोपाल कुमार को घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।छापेमारी के दौरान अभियंता ने खुद भी स्वीकार किया कि उन्होंने मजदूर की नियुक्ति के लिए पैसे की मांग की थी।
अब सोचिए, जिस मजदूर को महीने में महज़ ₹8000 की तनख्वाह दी जाती है, उससे 75 हज़ार की रिश्वत वसूली का प्रयास किया जा रहा था।इस मामले के उजागर होते ही बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है। अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच निगरानी विभाग की इस त्वरित कार्रवाई से खलबली मच गई है।
निगरानी विभाग ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि किसी विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती है, तो बिना देरी के गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बिजली विभाग वैसे भी उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों से घिरा रहता है,बिना खपत के भी बढ़े हुए बिल, बिल सुधार के नाम पर रिश्वत, ट्रांसफार्मर मरम्मत में देरी, और अब नियुक्तियों में घूसखोरी।निगरानी विभाग की यह कार्रवाई एक मिसाल है, लेकिन सवाल यह भी है कि अगला नंबर किसका है?अब वक्त आ गया है कि भ्रष्टाचारियों को सिर्फ बेनक़ाब नहीं, बल्कि बर्खास्त भी किया जाए।
रिपोर्ट- अमित कुमार