Bihar gold crime:दीपावली छठ में चोरों ने खूब उड़ाई दावत! बंद घरों पर धावा बालकर 3 करोड़ के जेवर किए साफ, अब सोनार माफिया पर पुलिस ने कसा शिकंजा

Bihar gold crime: त्योहारों में जब बिहार के घर पटाखों की आवाज़ से गूंज रहे थे, तब मुजफ्फरपुर और आस-पास के जिलों में चोर गिरोह की चांदी कट रही थी।....

बंद घरों पर धावा बालकर 3 करोड़ के जेवर किए साफ- फोटो : social Media

Bihar gold crime: त्योहारों में जब बिहार के घर पटाखों की आवाज़ से गूंज रहे थे, तब मुजफ्फरपुर और आस-पास के जिलों में चोर गिरोह की चांदी कट रही थी। दीपावली से छठ तक सैकड़ों लोग अपने पैतृक गांव निकले और पीछे छूट गए बंद घर ठीक उसी वक्त चोरों ने सुनसान गलियों को अपनी वर्कशॉप बनाकर करीब 3 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के जेवरात उड़ा लिए। अब शक की उंगलियां सिर्फ़ चोरों पर नहीं, बल्कि उन माहिर सोनारों पर भी उठ रही हैं, जिन्होंने चोरी के माल को गलाकर नया चेहरा दे दिया।पुलिस को आशंका है कि चोरी का माल मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में सक्रिय काले बाजार के सोनारों ने पिघलाकर खपा दिया। यानी जेवरात नया रूप ले चुके हैं और असल पहचान मिट चुकी है।

सिटी एसपी कोटा किरण कुमार ने सभी शहरी थानेदारों को सख्त निर्देश दिए कि  हिस्ट्री-शीटर सोनारों की लिस्ट तैयार करें, संदिग्ध आभूषण दुकानदारों के मोबाइल CDR की जांच,चोरी के फुटेज में दिख रहे चेहरों को पड़ोसी जिलों की पुलिस से शेयर.जाहिर है कि पुलिस सिर्फ़ चोर नहीं, चोरों को ‘मार्केट’ देने वालों की नस पकड़ना चाहती है।

पुलिस को शक है कि त्योहार के मौसम में दूसरे जिलों से चोर गैंग मुजफ्फरपुर में घुस आए। फुटेज तीन-चार वारदातों में एक ही टीम की समान चाल-ढाल दिखा रहे हैं। सबसे ज्यादा चोरी हुई मिठनपुरा, अहियापुर, ब्रह्मपुरा और सदर थाना क्षेत्र में। जिन घरों में ताला लगा था, चोरों ने ताला तोड़ा, जेवर समेटे और निकल लिए ना कोई शोर, ना कोई सुराग।

15 अक्टूबर से अब तक लगातार वारदातें हुईं, पर पुलिस को अब तक कोई पुख्ता क्लू नहीं मिल पाया। फुटेज में दिख रहे चोरों का पहचान नहीं हो पाई। फिलहाल, जेल से छूटे चोरी के आरोपितों की निगरानी तेज कर दी गई है। उनके संपर्कों, कॉल डिटेल्स और बाजार में लेन-देन की जांच जारी है।

जिन परिवारों ने बड़े धूमधाम से पर्व मनाया, उनके लौटने पर घरों में टूटा ताला और खाली आलमारी ने त्योहार की सारी खुशी छीन ली। लाखों की चोरी का दर्द पीड़ित परिवारों की आवाज़ बनकर पुलिस तक पहुंचा—अब सवाल सिर्फ़ ये है कि क्या जांच के बाद सोनार सिंडिकेट का नेटवर्क टूट पाएगा?

सिटी एसपी का दावा है कि कड़ी कार्रवाई होगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।लेकिन फिलहाल, मुजफ्फरपुर में त्योहार की रौशनी के बीच चोरों ने अपनी ‘दीपावली’ पहले ही मना ली है।