Bihar Crime:प्यार का गिफ्ट पैक निकला मौत का बॉक्स, बहन के अफेयर से खफा भाइयों ने छेनी-चाकू से किया सफाया
Bihar Crime:17 अगस्त की रात ‘खून की दास्तान’ का गवाह बना। यहां बदले की किताब में ‘इश्क़ का चैप्टर’ सीधा खून से लिखा गया।
Bihar Crime:17 अगस्त की रात ‘खून की दास्तान’ का गवाह बना। यहां बदले की किताब में ‘इश्क़ का चैप्टर’ सीधा खून से लिखा गया।कहानी किसी फिल्मी प्लॉट से कम नहीं हीरो था शहजादा, खलनायक बने लड़की के भाई, और मंच बना सीताराम राजेंद्र कॉलेज का सुनसान इलाका।पटना का दीदारगंज इलाका की इस घटना ने झकझोर दिया है।शहजादा मुस्लिम था, लड़की हिंदू। मोहब्बत ने जात-पात नहीं देखी, लेकिन भाइयों ने अपनी बहन के इश्क को ‘परिवार की इज्जत का क्राइम सीन’ बना डाला। मोहल्ले के लड़कों के ताने “देखो तुम्हारा जीजा जा रहा है” ने भाइयों के अंदर ‘कातिलाना आग’ भड़का दी।
पुलिस पूछताछ में भाइयों का कबूलनामा दिल दहला देने वाला है। उन्होंने कहा कि “कई बार बहन को समझाया, शहजादा को चेताया, पर कोई मानने को तैयार नहीं था। मजबूरी में हमने ‘लव स्टोरी का एंड’ करने का प्लान बनाया।”प्लान भी किसी गैंगस्टर मूवी से कम नहीं। हतियार छेनी, चाकू और दबिया गिफ्ट बॉक्स में पैक किए गए। शहजादा को बुलाया गया ‘बर्थ-डे पार्टी’ पर, लेकिन असल में उसका टिकट सीधा ‘कब्रगाह’ का था।
जैसे ही शहजादा सुनसान जगह पहुंचा, सवाल करने की कोशिश की“यहां क्यों लाए हो?” जवाब में बरसीं चाकुओं की धारें। दो ने पकड़ा, एक ने गला काटा, दूसरे ने आंखें फोड़ दीं। प्यार में अंधे नहीं, पर नफ़रत में जरूर अंधे निकले।
खून से लथपथ शहजादा तड़पता रहा। भाइयों ने मौत का इंतजार किया, पांच मिनट बाद उसने दम तोड़ा। फिर उसके रिक्शे की नंबर प्लेट तोड़ी और लाश को खेत के पानी में फेंक आए। मानो किसी सस्ती गैंगस्टर फिल्म का ‘लास्ट सीन’ शूट किया हो।सच यह है कि ये मोहब्बत की नहीं, मर्दानगी के नाम पर ‘खून की राजनीति’ की कहानी है। 20 साल की लड़की और 30 साल का शादीशुदा लड़कादोनों की जिद ने दो परिवारों की ज़िंदगी को तबाह कर डाला।
जांच में पुलिस ने जब कॉल डिटेल खंगाली तो आखिरी नंबर बहन के भाइयों का ही निकला। हिरासत में आते ही ‘कातिल भाइयों की स्क्रिप्ट’ सामने आ गई। हथियार, रिक्शा और खून सब सबूत बन गए।SP विक्रम सिहाग के शब्दों में“यह हत्या सिर्फ प्रेम प्रसंग की उपज है। हथियार गिफ्ट बॉक्स में पैक कर आरोपी शहजादा को मौत के जाल में लाए थे।”
मोहब्बत ने जहां दो दिलों को जोड़ा था, वहीं परिवार की इज्जत और समाज की तानों ने उस इश्क को खून के लाल रंग में डुबो दिया।