NIA Raid Update: बिहार में एनआईए की ताबड़तोड़ छापेमारी, इलाके में खौफ, प्रशासन मौन, रहस्य बरकरार

मोतिहारी और हाजीपुर में हुई यह ताबड़तोड़ छापेमारी बिहार में अपराध और अवैध हथियारों के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। ...

बिहार में एनआईए की ताबड़तोड़ छापेमारी- फोटो : reporter

NIA Raid  Update:  गुरुवार की अलसुबह बिहार के मोतिहारी जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ऐसी कार्रवाई की जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। खुफिया इनपुट और सटीक रणनीति के साथ एनआईए की टीम ने पूर्वी चंपारण के गोबिंदगंज थाना क्षेत्र के बहादुरपुर पंचायत स्थित खजुरिया गांव में धावा बोला। तो हाजीपुर में अहले सुबह एनआईए की छापेमारी से हड़कंप मच गया। मोतिहारी में एनआईए का  निशाना था—कुख्यात अपराधी और स्थानीय पंचायत की मुखिया ज्योति कुमारी के पति राहुल सिंह उर्फ राहुल मुखिया, जिस पर दो दर्जन से अधिक संगीन अपराधों में शामिल रहने के आरोप हैं।

गुरुवार तड़के करीब 4 बजे एनआईए का दल भारी पुलिस बल के साथ मोतिहारी के गांव में दाखिल हुआ। अचानक हुई इस दबिश ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। टीम ने राहुल मुखिया के घर को चारों ओर से घेर लिया और भीतर दाखिल होकर उसके परिजनों से लंबी पूछताछ की। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेजों की बारीकी से छानबीन की गई।

छापेमारी की भनक लगते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर जुट गए। हालांकि, सुरक्षा कारणों से पुलिस ने किसी को भी घर के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी। पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया और लोग सहमे-सहमे दूर से ही हालात को टकटकी लगाए देखते रहे।

कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय पुलिस ने चुप्पी साध ली। न तो छापेमारी की वजह पर और न ही बरामदगी को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने आया। इससे रहस्य और गहरा गया है कि आखिरकार एनआईए किस सुराग की तलाश में राहुल मुखिया के घर तक पहुँची।

कुख्यात अपराधी के घर हुई इस छापेमारी ने पूरे मोतिहारी इलाके को सकते में डाल दिया है। लोग अब यह कयास लगा रहे हैं कि क्या राहुल मुखिया पर एनआईए का शिकंजा और कसने वाला है।

बहरहाल मोतिहारी और हाजीपुर में हुई यह ताबड़तोड़ छापेमारी बिहार में अपराध और अवैध हथियारों के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। अचानक की गई इस रेड ने न केवल अपराध जगत बल्कि आम लोगों को भी चौंका दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एनआईए की जांच आगे और भी बड़े खुलासे कर सकती है, जिससे बिहार में फैले आपराधिक नेटवर्क की गहरी परतें उजागर होंगी।

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज