Patna News: पटना में 25 हज़ार के ईनामी बदमाश मिथुन के आंतक का पुलिस ने किया खातमा ,पिछले 4 माह में हुए 11 एनकाउंटर, पढ़िए एनकाउंटर की पूरी इनसाइड स्टोरी

मिथुन की तलाश पुलिस को काफी दिनों से थी। गिरफ़्तारी के डर से वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहता था । आखिरकार पुलिस ने...

कुख्यात के एनकाउंटर की पूरी इनसाइड स्टोरी- फोटो : reporter

Patna News: पटना में शनिवार देर रात उस समय हलचल मच गई जब पटना के खुशरूपुर थाने के तहत शेख मोहम्मदपुर फोरलेन के पास  पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ छिड़ गई। इस एनकाउंटर में पुलिस ने जिस बदमाश को ढेर किया, वह लंबे समय से 25 हज़ार का ईनामी था और कई जिलों की पुलिस उसके पीछे लगी थी।

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक अपराधी का नाम मिथुन था। खुफ़िया इनपुट मिला था कि मिथुन पिस्टल के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पुख़्ता होते ही खुशरूपुर एसएचओ के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम ने इलाके में घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस को देखते ही अपराधी ने बिना हिचकिचाहट फायरिंग झोंक दी। कहा जा रहा है कि उसने पहले ही दो राउंड ताबड़तोड़ गोली दागे, जिसे पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसी तेवर के साथ जवाब देकर ठंडा कर दिया।इसी दौरान एक गोली मिथुन के पैर में लगी और वह सड़क किनारे गिर पड़ा। ज़ख़्मी हालत में उसे काबू किया गया।

खुसरूपुर के लोग रात भर दहशत में रहे, लेकिन राहत की बात यह रही कि पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने एक और खूंखार बदमाश की कमर तोड़ दी। 

मिथुन की तलाश पुलिस को काफी दिनों से थी। गिरफ़्तारी के डर से वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहता था ।

रात 10:15 बजे

पुलिस ने  पोज़िशन ली और अपराधियों को सरेंडर करने की चेतावनी दी।

10: 20 बजे

कुख्यात मिथुन ने  ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस ने तुरंत काउंटर फ़ायर किया।

10:30 बजे

करीब आठ मिनट की गोलीबारी के बाद पुलिस टीम ने आगे बढ़कर देखा तो मिथुन गोली लगने से घायल था। 

इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि मिथुन पिछले एक हफ्ते से पटना में ही सक्रिय था और शहर में किसी वारदात को अंजाम देने  की तैयारी कर रहा था। मिथुन पर हत्या के प्रयास, लूट, डकैती और अवैध हथियार रखने जैसे कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। वह सालिमपुर के मझौली का रहने वाला है और झारखंड में भी लूटकांड में वांछित है। पिछले महीने रामकृष्णानगर पिपरा में दो सहोदर भाइयों की हत्या में भी यही नाम सामने आया था। पुलिस लंबे समय से उसकी टोह में थी।

एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। वहीं, गिरे हुए अपराधी को पकड़ने के बाद पुलिस ने उसे सुरक्षा में एनएमसीएच में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा, मोबाइल और अन्य संदिग्ध सामान भी बरामद किया।पुलिस मान रही है कि की गिरफ्तारी के बाद इस नेटवर्क की जड़ें भी जल्दी उखड़ जाएँगी।

बता दें पटना और आसपास के जिलों में पुलिस की बढ़ती कंट्रोल्ड एनकाउंटर पॉलिसी ने अपराध जगत में खलबली मचा दी है। बीते दो महीनों में हुई अधिकांश मुठभेड़ों में अपराधियों ने हथियार बरामदगी या हिरासत के दौरान पुलिस पर जानलेवा हमला किया, जिसके बाद मजबूरन पुलिस ने कंट्रोल्ड फायरिंग करते हुए उन्हें घायल कर काबू किया। इसका सीधा असर अपराध की दुनिया में दिखने लगा है छोटे अपराधी लगातार अपने अड्डे बदल रहे हैं, जबकि कुख्यात गैंगस्टर गहरे भूमिगत हो चुके हैं।पुलिस और एसटीएफ अब ऐसे सभी अपराधियों को टार्गेट कर रही है, जिन पर पुराने केस दर्ज हैं या जो लंबे समय से फरार चल रहे हैं। इस सिलसिले में हाल के दिनों में कई अहम मुठभेड़ें सामने आईं—

तारीखवार मुठभेड़ें—अपराध की दुनिया में ‘दहशतनामा़’

11 जून – बिहटा (विष्णुपुरा गांव):

हत्या का आरोपी इशु कुमार पुलिस हिरासत से भागने की फिराक में था। चेतावनी के बावजूद नहीं माना तो पैर में गोली मारकर काबू किया गया।

13 जून – खुशरूपुर:

कुख्यात अंगेश कुमार ने पुलिस टीम पर फायरिंग झोंक दी। जवाब में पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी।

13 जून – दानापुर:

आत्मसमर्पण के लिए आया एक हत्या आरोपी हथियार बरामदगी के दौरान अचानक फायरिंग करने लगा। पुलिस ने कंट्रोल्ड फायरिंग में उसके पैर में गोली मारी।

25 जून – जेपी गंगा पथ:

आठ मामलों में वांछित राजा ने एसटीएफ पर गोलियां दागीं। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा।

8 जुलाई – मालसलामी 

कुख्यात विकास उर्फ राजा के साथ मुठभेड़। इस बार आरोपी बच नहीं सका—मौके पर मारा गया। यह एनकाउंटर राजधानी में पुलिस की सख्ती का प्रतीक बना।

14 जुलाई – रानी तालाब 

अपराधी सूरज कुमार के साथ भिड़ंत में उसे चोट लगी, जबकि उसका साथी आलोक कुमार दबोचा गया।

22 जुलाई – आरा (चंदन हत्याकांड):

एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन अपराधियों की घेराबंदी। मुठभेड़ में दो आरोपितों के पैरों में गोली लगी।

17 अगस्त – पटना सिटी:

कुख्यात विजय साहनी ने हथियार बरामदगी के वक्त पुलिस पर गोली चला दी। जवाब में पैर में दो गोलियां, जिसके बाद वह बेअसर हो गया।

15 अगस्त – रानी तालाब:

बालू कारोबारी रमाकांत यादव हत्याकांड का आरोपी दिव्यांशु उर्फ़ अंशु मुठभेड़ में घायल। पैर में गोली लगी।

6 अगस्त – फुलवारीशरीफ:

हत्या का आरोपी रोशन शर्मा हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था। पैर में गोली खाकर धराशायी हुआ।

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज