Gopal Khemka murder: पटना गोपाल खेमका हत्या कांड में चौंकाने वाले सुपारी किलिंग का खुलासा, कैसे एक शादी समारोह से शुरू हुई मौत की साजिश

Gopal Khemka murder: पटना के व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पटना पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जानिए कैसे हुई साजिश रचना, सुपारी देना और हत्यारे की गिरफ्तारी।

गोपाल खेमका हत्या कांड में चौंकाने वाला खुलासा- फोटो : SOCIAL MEDIA

Gopal Khemka murder: पटना के प्रख्यात व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या ने शहर में सनसनी फैला दी थी। लेकिन इस जघन्य अपराध के बाद पुलिस की तत्परता और तकनीकी विश्लेषण ने अपराधियों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पटना पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी विनय कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे मामले की परतें खोलीं।जांच की शुरुआत मुख्यालय के निर्देशन में गठित एक SIT से हुई। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी अनुसंधान की सहायता से पुलिस हत्यारे के ठिकाने तक पहुंच गई। वहां से हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गई, जिससे पूरे केस की दिशा बदल गई।

हत्यारे उमेश यादव तक कैसे पहुंची पुलिस?

स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि बरामद मोटरसाइकिल उमेश यादव की है। जब पुलिस उसके घर पहुंची तो वहां हत्या के समय पहनी गई शर्ट, जूते, हेलमेट, मास्क आदि मिले। यह सबूत उमेश को संदेह के घेरे में ले आए और फिर गहन पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।हथियार के बारे में पूछने पर उमेश ने बताया कि उसने उसे घर के प्रथम तल्ले पर छिपा रखा है। तलाशी में 7.62 MM के 56 जिंदा कारतूस, एक 9 MM पिस्टल, दो मैगजीन और 14 गोलियां मिलीं।

चार लाख की सुपारी: सुपारी किलिंग की पूरी साजिश

उमेश यादव ने पुलिस को बताया कि उसे इस हत्या के लिए कुल चार लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। 50 हजार रुपये एडवांस में और बाकी की राशि हत्या के अगले दिन जेपी गंगापथ पर अशोक साव से मिली।गौर करने वाली बात यह है कि उमेश यादव और अशोक साव की मुलाकात करीब डेढ़ साल पहले एक शादी समारोह में हुई थी। वहीं से यह रिश्ता बना और अंततः यह रिश्ता हत्या की साजिश में बदल गया। अशोक साव ने हत्या के लिए दो मोबाइल, सिम कार्ड और हथियार की व्यवस्था कराई थी।

हत्या से जुड़ा हर कदम योजनाबद्ध

गोपाल खेमका हर रात बांकीपुर क्लब से लौटते थे। उमेश यादव को उनकी दिनचर्या की पूरी जानकारी दी गई थी। 4 जुलाई को रात करीब 11:30 बजे जैसे ही गोपाल अपनी कार से अपने अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे, उमेश ने उनकी हत्या कर दी।हत्या के बाद वह मालसलामी स्थित अपने घर लौट गया और हथियार छिपा दिए। अगली सुबह तय स्थान पर अशोक साव से 3.5 लाख रुपये और मोबाइल लेकर अपने घर लौट गया।

हत्या के पीछे की असली वजह जमीन और क्लब विवाद

जांच के दौरान उमेश की निशानदेही पर एक फ्लैट से 6.5 लाख रुपये, हथियार, जमीन से जुड़े दस्तावेज़ और अन्य सामान बरामद किया गया। पूछताछ में अशोक साव ने खुलासा किया कि गोपाल खेमका से उसका जमीन और क्लब को लेकर विवाद था। इसी कारण उसने हत्या की योजना बनाई।