Chandan Mishra Murder Case:पटना का डॉन पर नकेल से आपराधिक दुनिया में खलबली, चंदन मिश्रा हत्याकांड में ‘गैंग का बादशाह’ तौसीफ के कातिलाना ठसक का खुलासा, CCTV ने खोला खूनी खेल का पूरा राज
चंदन मिश्रा हत्याकांड के बाद बिहार पुलिस ने जिस तेजी से नकेल कसी है, उसने शहर की आपराधिक दुनिया में खलबली मचा दी है।...
पटना की सड़कों पर उस दिन गोलियों की गूंज और अस्पताल के भीतर बेखौफ कदमों की आहट ने बता दिया था कि अपराध के बादशाह अब कानून को भी ठेंगा दिखाने लगे हैं। लेकिन चंदन मिश्रा हत्याकांड के बाद बिहार पुलिस ने जिस तेजी से नकेल कसी है, उसने शहर की आपराधिक दुनिया में खलबली मचा दी है।मुख्य आरोपी और गैंग का सरगना तौसीफ बादशाह अब पुलिस की गिरफ्त में है। पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने खुद इसकी पुष्टि की है। तौसीफ को फुलवारी शरीफ से दबोचा गया, जहां वह अपने गुर्गों के साथ फरारी काट रहा था। CCTV फुटेज ने इस हत्याकांड का पूरा सच उघाड़ दिया है। तस्वीरों में साफ दिखता है कि तौसीफ बादशाह अपने गिरोह को लीड करते हुए सबसे आगे-आगे चल रहा है। पारस अस्पताल के गलियारों से लेकर चंदन मिश्रा के कमरे तक, हर जगह वही कातिलाना ठसक के साथ दिखाई दिया। कमरे में घुसते ही उसने ट्रिगर दबाया और चंदन मिश्रा को मौत की नींद सुला दिया।
हत्या के बाद न कोई हड़बड़ी, न कोई डर। गैंग के साथियों के साथ बाइक पर फरार होता तौसीफ हाथ में पिस्तौल लहराते हुए जश्न मनाता दिखा। उसके साथ बैठा बदमाश दोनों हाथ हवा में उठाकर मानो ये संदेश दे रहा था “काम खत्म, अब कौन रोकेगा हमें?” यही तस्वीरें अब पटना की आपराधिक दुनिया की सबसे बड़ी गवाही बन चुकी हैं।
SSP कार्तिकेय शर्मा के मुताबिक, यह हत्या महज़ निजी रंजिश नहीं, बल्कि इलाके में वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी। तौसीफ और चंदन मिश्रा के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा था, जिसकी परिणति गोलीबारी में हुई। पुलिस ने अब तक पांच शूटरों की पहचान कर ली है। दो आरोपियों को पकड़ लिया गया है और बाकी की तलाश जारी है।
तौसीफ बादशाह कोई सड़कछाप अपराधी नहीं था। उसने पटना के सेंट केरेंस स्कूल से पढ़ाई की थी। लेकिन पढ़ाई के बजाय उसने अपराध की अंधेरी राह चुनी। धीरे-धीरे वह इलाके में ‘बादशाह’ कहलाने लगा और आज उसी नाम के साथ पुलिस की फाइलों में सबसे वांछित बन बैठा।
पुलिस ने इस केस को ‘टॉप प्रायोरिटी’ में डाल दिया है। लगातार छापेमारी की जा रही है और SSP ने साफ किया है कि जल्द ही सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा। पटना पुलिस का दावा है कि यह मामला अब खत्म होने की ओर है और तौसीफ की गिरफ्तारी इसका सबसे बड़ा सबूत है।
रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज
 
                 
                 
                 
                 
                 
                                         
                                         
                     
                     
                     
                    