Neet paper leak: संजीव मुखिया व बबलू शर्मा ने उगले चौंकाने वाले राज, NEET पेपर लीक का 8 साल पुराना ऑपरेशन EoU ने किया डिकोड, अब बड़ी कार्रवाई तय

Neet paper leak: नीट पेपर लीक कांड में संजीव मुखिया और उसके खास साथी बबलू शर्मा ने बिहार में हुए पेपर लीक के तारों को लेकर कई अहम राज खोले, जिससे EoU को आगे की कार्रवाई के लिए बड़े सुराग मिले हैं।

संजीव मुखिया व बबलू शर्मा ने उगले चौंकाने वाले राज- फोटो : social Media

Neet paper leak: आठ वर्ष पुराने NEET पेपर लीक कांड में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। आर्थिक अपराध इकाई  ने इस हाई-प्रोफाइल केस के दो कुख्यात आरोपितों मास्टरमाइंड संजीव मुखिया और उसके खास साथी बबलू शर्मा को एक दिन की रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की। इस दौरान दोनों ने बिहार में हुए पेपर लीक के तारों को लेकर कई अहम राज खोले, जिससे जांच एजेंसी को आगे की कार्रवाई के लिए बड़े सुराग मिले हैं।

सूत्र बताते हैं कि आर्थिक अपराध इकाई की इस पूछताछ ने मामले की परतें फिर से उधेड़ दी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही अन्य आरोपितों पर बड़ी और निर्णायक कार्रवाई हो सकती है। यह वही मामला है जिसमें पत्रकार नगर थाना में वर्ष 2017 में दो अलग-अलग FIR दर्ज हुई थीं। इसी केस में संजीव मुखिया का बेटा डॉ. शिव कुमार उर्फ बिट्टू भी आरोपित है।

याद दिला दें कि उस समय डॉ. शिव को पुलिस ने पकड़ा था, जब वह दूसरे राज्य से NEET प्रश्नपत्र लेकर आ रही कार में बैठा मिला था। जबकि संजीव मुखिया और बबलू शर्मा मौके से फरार हो गए थे। बाद में जांच के दौरान पुलिस को पेपर लीक रैकेट के कई पुख्ता साक्ष्य प्राप्त हुए थे, जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने पत्रकार नगर थाने के दोनों मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली।

रिमांड के दौरानआर्थिक अपराध इकाई  ने दोनों आरोपितों से यह समझने की कोशिश की कि प्रश्नपत्र कहां से लाया गया?किस चैनल से यह बिहार में फैला? किन लोगों की भूमिका तय थी?इस गैंग की फंडिंग और नेटवर्क कैसे ऑपरेट करता था?

हालांकि इस केस में दोनों आरोपितों को पहले ही जमानत मिल चुकी है, फिर भी आर्थिक अपराध इकाई  का यह कदम बताता है कि एजेंसी पुराने मामले को बंद नहीं मान रही, बल्कि इसे जड़ तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष हुए ताज़ा NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई ने भी संजीव मुखिया से रिमांड पर पूछताछ की थी।

बहरहाल  NEET पेपर लीक का यह पुराना घाव फिर से हरा हो गया है, और EoU के निशाने पर अब वे सारे किरदार हैं, जिनकी वजह से लाखों छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ किया गया था।

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज