Bihar Crime: इश्क का इम्तिहान या कत्ल की साज़िश? ट्यूशन टीचर से ताल्लुक़, पति की गला रेत कर हत्या!

Bihar Crime: रिश्तों में जब 'वफ़ा' की जगह 'वासनात्मक विश्वासघात' आ जाए, तो फिर घर मंदिर नहीं, कब्रगाह बन जाते हैं।...

इश्क का इम्तिहान या कत्ल की साज़िश? - फोटो : social Media

Bihar Crime:रिश्तों में जब 'वफ़ा' की जगह 'वासनात्मक विश्वासघात' आ जाए, तो फिर घर मंदिर नहीं, कब्रगाह बन जाते हैं।शायद यही वजह है कि अब लोग अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने से पहले "किताबें नहीं, किरदार पूछने लगे हैं। एक ऐसा वारदात सामने आया है जिसने रिश्तों की नींव हिला दी। शनिवार की सुबह, एक घर से खून से सना शव बरामद हुआ, और घर की दीवारों पर पसरा सन्नाटा चीख-चीख कर बता रहा था  यह महज़ एक मर्डर नहीं, बल्कि भरोसे का क़त्ल है।

मृतक की पहचान 30 वर्षीय सोनू कुमार, पिता टुनटुन झा के पुत्र समस्तीपुर ज़िले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लगुनियाँ रघुकंठ गांव  के रूप में हुई है। सोनू एक ऑटो चालक था, जिसने 6 साल पहले माधो बिशनपुर की स्मिता झा से शादी की थी। तब से ही उनके दांपत्य जीवन में कलह का स्थायी ठिकाना बन गया था।

ससुर ने जो बयान दिया, वो इस वारदात को महज घरेलू झगड़े से कहीं ज्यादा साजिशों की बिसात साबित करता है। उनके अनुसार, गांव के ही हरिओम कुमार नामक ट्यूशन टीचर की सोनू की पत्नी से नज़दीकियाँ थीं। और एक दिन सोनू ने उन्हें आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। मामला पंचायत तक गया, बॉन्ड बना, दो बच्चे हुए... लेकिन प्यार के नाम पर पनपता ये साजिशों का कॉकटेल अब अपने अंजाम तक पहुँच गया।

शुक्रवार की रात, सोनू ऑटो चला कर लौटा और सुबह उसका शव मिला । गले पर गहरा कट, खून से सना बिस्तर, और पत्नी कमरे के कोने में चुपचाप बैठी मिली। ये चुप्पी अब सवालों की चीखों में बदल चुकी है।क्या ये वाकई किसी इत्तेफाक़ का अंजाम है या फिर "मोहब्बत में मौत की स्क्रिप्ट" पहले से लिखी जा चुकी थी?

ससुर का आरोप साफ़ है बहू ने ट्यूशन मास्टर समेत कुछ और लोगों के साथ मिलकर बेटे की हत्या की है।पुलिस ने पत्नी को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और जांच तेज़ कर दी गई है।

यह वारदात न केवल एक पति की हत्या है, बल्कि एक परिवार के भरोसे, संस्कार और रिश्ते की भी निर्मम हत्या है।अब देखना है कि  इश्क़ में अंधा कौन था, और क़ातिल कौन निकलता है?

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज की रिपोर्ट