Bihar NIA Raid:बिहार में NIA की छापेमारी से हड़कंप, हथियार तस्कर गिरफ्तार, आतंकी नेटवर्क से कनेक्शन की जांच शुरु
Bihar NIA Raid: शेखपुरा जिले की शाम अचानक सनसनी में बदल गई, जब नई दिल्ली और पटना से आई NIA की विशेष टीम ने स्थानीय STF और सिरारी थाना पुलिस के साथ मिलकर भदौस गांव में गुप्त छापेमारी की।
Bihar NIA Raid: शेखपुरा जिले की शाम अचानक सनसनी में बदल गई, जब नई दिल्ली और पटना से आई NIA की विशेष टीम ने स्थानीय STF और सिरारी थाना पुलिस के साथ मिलकर भदौस गांव में गुप्त छापेमारी की। कार्रवाई इतनी खामोशी से हुई कि गांव वालों को कुछ समझ ही नहीं आया और देखते ही देखते गुड्डू सिंह उर्फ रवि रंजन NIA की गिरफ्त में था।
सिरारी थाना अध्यक्ष सह पुलिस सब-इंस्पेक्टर आयुष कुमार ने बताया कि दो मजिस्ट्रेटों के साथ पहुंची NIA टीम पहले थाने पर आई, औपचारिकताएं पूरी कीं और फिर सीधे भदौस गांव का रुख किया। टीम के टारगेट पर पहले से चिह्नित गुड्डू सिंह था, जिसे एक फुर्तीली ऑपरेशन स्टाइल में दबोच लिया गया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद टीम पास के जयमंगला गांव पहुंची, जहां गुड्डू की उजले रंग की ब्रेजा कार खड़ी थी जिसे बिना किसी हंगामे के जब्त कर लिया गया।
कार को कागज कानूनी प्रक्रिया पूरी कर स्थानीय थाना को सुपुर्द कर दिया गया, मगर गुड्डू सिंह को टीम अपने साथ रातों-रात लेकर रवाना हो गई। अधिकारियों का कहना है कि पूरी कार्रवाई गोपनीय निर्देशों के तहत की गई थी, इसलिए स्थानीय पुलिस को भी सीमित जानकारी ही दी गई।
गुड्डू सिंह के खिलाफ पहले से आर्म्स एक्ट का एक केस दर्ज है, जिसमें वह कोर्ट से जमानत पर बाहर था। लेकिन इस बार NIA की कार्रवाई किसी साधारण आर्म्स केस से कहीं बड़ी प्रतीत हो रही है। थाना अध्यक्ष आयुष कुमार ने भी स्वीकार किया कि गुड्डू हथियार और कारतूस की तस्करी में लंबे समय से सक्रिय था।
हालांकि NIA टीम ने स्थानीय पुलिस को विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह गिरफ्तारी हथियार तस्करी के एक बड़े रैकेट से जुड़ी है, जिसमें आतंकी मॉड्यूल को सप्लाई का शक भी जताया जा रहा है। इसी वजह से ऑपरेशन को पूर्ण रूप से सीक्रेट रखा गया और बिना किसी पब्लिक मूवमेंट के रात में आरोपी को दिल्ली-आधारित यूनिट ले जाया गया।
गांव में इस कार्रवाई के बाद चर्चा का बाजार गर्म है लोगों का कहना है कि गुड्डू सिंह की गतिविधियाँ लंबे समय से संदिग्ध थीं, लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई होगी, इसका अंदाज़ किसी को नहीं था।
शेखपुरा पुलिस भी NIA के आगे हाथ बांधे इंतजार मोड में है, क्योंकि आगे की कार्रवाई अब पूरी तरह केंद्रीय एजेंसी के हाथ में है। फिलहाल इलाके में सुरक्षा एजेंसियों की इस गतिविधि ने साफ कर दिया है कि हथियारों के अवैध नेटवर्क पर शिकंजा और कड़ाई से कसा जा रहा है और इसकी आंच अब छोटे जिलों तक पहुंच चुकी है।
रिपोर्ट- उमेश कुमार