Bihar Police Encounter: बिहार में पुलिस ने 3 अपराधियों को मारी गोली, हाफ एनकाउंटर से दहला इलाका, लोगों में मचा हड़कंप

Bihar Police Encounter:बिहार पुलिस ने बदमाशों के साथ हुए मुठभेड़ में तीन अपराधियों को गोली मार दी है।...

बिहार में पुलिस ने 3 अपराधियों को मारी गोली- फोटो : reporter

Bihar Police Encounter:बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। उनकी नकेल कसने में पुलिस लगातार जुटी हुई है, इसी क्रम में पुलिस ने ऑपरेशन लंगड़ा के तहत तीन अपराधियों को निशाना बनाया है।   बिहार के सीतामढ़ी जिले में रविवार की देर रात अपराध और खौफ की एक घटना सामने आई, जब जिला पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने कुख्यात गिरोह रंजन पाठक और कपूर झा के सक्रिय सदस्य राहुल झा, दीपक ठाकुर और लोहा सिंह को गिरफ्तार करने के बाद हथियार बरामदगी के लिए छिपे स्थान पर ले जाने की कोशिश की। सूचना के अनुसार, तीनों अपराधी लंबे समय से जिले में हुई हत्या, रंगदारी और लूट जैसी वारदातों में वांछित थे और पुलिस की निगरानी में थे।

जैसे ही टीम उन्हें बाजपट्टी थाना क्षेत्र के संडवारा स्थित डोरा पुल पर लेकर पहुंची, तीनों ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए अपने छिपाए हुए अवैध हथियारों से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षार्थ नियंत्रित कार्रवाई की, जिसमें तीनों अपराधी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। घटनास्थल से दो लोडेड पिस्टल बरामद की गई हैं। घायल बदमाशों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये अपराधी बाजपट्टी में आदित्य की हत्या, डुमरा में मुखिया के देवर मदन महतो की हत्या, लगमा में ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष राममनोहर शर्मा उर्फ गणेश जी की हत्या और सीएसपी संचालक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या जैसी कुख्यात वारदातों में शामिल थे। लगातार हो रही इन हिंसक घटनाओं के बाद पुलिस और एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर सटीक कार्रवाई की।

पुलिस प्रवक्ता ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 05.10.2025 की रात यह कार्रवाई हुई और यह एक नियंत्रित हाफ एनकाउंटर था। घायल अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामद हथियार और अन्य सबूत अब अग्रिम विधिसम्मत कार्रवाई के तहत सुरक्षित किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि जिले में कानून का राज स्थापित करने और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।

सिटामढ़ी में इस मुठभेड़ ने स्थानीय जनता में राहत की लहर पैदा की है, क्योंकि यह गिरोह लंबे समय से हत्या, रंगदारी और लूट जैसी वारदातों से क्षेत्रवासियों के लिए आतंक का कारण बना हुआ था।

रिपोर्ट- जागृति शर्मा