Upendra Kushwaha Death Threat: उपेंद्र कुशवाहा को फिर धमकी जान से मारने की धमकी, अबकी बार 15 तारीख का किया गया एलान! पुलिस सतर्क

Upendra Kushwaha Death Threat: बिहार की राजनीति एक बार फिर दहशत और साजिश के साए में आ गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है।

उपेंद्र कुशवाहा को फिर धमकी- फोटो : social Media

Upendra Kushwaha Death Threat: बिहार की राजनीति एक बार फिर दहशत और साजिश के साए में आ गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। इस बार धमकी एक धमकाती हुई डिजिटल चिट्ठी के ज़रिए मिली, जिसने न सिर्फ सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि लोकतांत्रिक सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।

कुशवाहा ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर सार्वजनिक करते हुए धमकी भरे मैसेज का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है। धमकी में कहा गया है — "राजनीति मत करो, नहीं तो सही नहीं होगा। 15 तारीख को पता चल जाएगा। भाई के खर्चे से पूरा बिहार हिला देंगे।" इस चेतावनी भरे बयान में भाषा की उग्रता और मंशा की खतरनाक गहराई ने पुलिस और प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है।

कुशवाहा ने इस धमकी को न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा पर हमला बताया, बल्कि इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश करार दिया। उन्होंने राज्य के डीजीपी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है और दोहराया कि यह कोई मामूली घटना नहीं, बल्कि लोकतंत्र को डराने की कोशिश है।

यह पहली बार नहीं है जब कुशवाहा को जान से मारने की धमकी मिली हो। 20 जून को भी उन्हें एक धमकी मिली थी, जिसकी तह तक जाते-जाते हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ — आरोपी कोई बाहरी शख्स नहीं, बल्कि खुद उनकी पार्टी का कार्यकर्ता राकेश कुमार निकला, जो सीवान के दरौली का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में राकेश ने बताया कि वह कुशवाहा की एनडीए से निकटता को लेकर नाराज़ था।

अब जबकि 15 जुलाई की धमकी सामने है, पूरे बिहार की सियासत संदेह, आक्रोश और चिंता के भावों में डूबी है। क्या यह किसी बड़े षड्यंत्र का ट्रेलर है?