Crime News: मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ठगी कांड में नया मोड़, पुलिस कर रही तलब करने की तैयारी, इस मामले में बैकफ़ुट पर आए हबीब

Crime News: मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उनके बेटे अनोश हबीब और सहयोगी सैफुल के ख़िलाफ़ पुलिस ने अब क़ानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ठगी कांड में नया मोड़- फोटो : social Media

Crime News: चर्चित जावेद हबीब ठगी मामला एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उनके बेटे अनोश हबीब और सहयोगी सैफुल के ख़िलाफ़ पुलिस ने अब क़ानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। विवेचक पवित्र परमार की टीम ने तीनों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।

दरअसल, मामला वर्ष 2023 का है, जब रायसत्ती (यूपी)  शहर के एक आलीशान पैलेस में आयोजित सेमिनार में जावेद हबीब की एफएलसी कंपनी के ज़रिए लोगों को रकम छह गुना करने का झांसा दिया गया था। चमक-दमक और नाम के भरोसे सैकड़ों निवेशकों ने करोड़ों रुपये निवेश किए, लेकिन वादे के मुताबिक रकम वापसी नहीं हुई। ठगी का राज़ खुलने पर पीड़ितों ने एसपी से शिकायत की, जिसके बाद रायसत्ती थाने में 33 केस दर्ज किए गए।

पुलिस की सख़्त कार्रवाई के बीच अब खबर है कि जावेद हबीब बैकफ़ुट पर आ गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने अपने अधिवक्ता के ज़रिए चार निवेशकों को रकम लौटाई है। पहले मोहम्मद हिलाल को दो लाख रुपये लौटाए गए थे, अब ताज़ा जानकारी के अनुसार अलबीना अमान समेत तीन अन्य पीड़ितों को भी उनकी ठगी की रकम वापस कर दी गई है।

सीओ कुलदीप कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा, “रकम लौटाने के बावजूद जांच जारी रहेगी। यह मामला ठगी और निवेशकों के साथ छल का है, जिसमें सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।”

पुलिस ने पहले 12 अक्टूबर को जावेद हबीब को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर सर्च नोटिस जारी किया गया और दिल्ली स्थित उनके आवास पर पुलिस टीम ने दबिश दी, मगर वहां न तो हबीब मिले और न ही उनका परिवार।

अब पुलिस ने उनके खिलाफ ग़ैर-जमानती वारंट (NBW) जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी बीच, कानूनी दबाव बढ़ने के बाद जावेद हबीब ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राहत की गुहार लगाई है।

कह सकते हैं, एक वक़्त का चर्चित ब्रांड अब क़ानून के शिकंजे में उलझा है, और निवेशकों के बीच एक ही सवाल गूंज रहा है "क्या अब लौटेगा भरोसा, या फिर यह ठगी का स्टाइलिस्ट अध्याय यूं ही चलता रहेगा?"