Anant vs Sonu-Monu: मोकामा गोलीकांड पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने गुरुवार को बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाले सियासतदानों को जमकर सुनाया. साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू को ललन सिंह का आदमी बताए जाने पर राजद नेता को आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कहा वे मुंगेर के सांसद हैं और ऐसे में क्षेत्र के सभी लोगों से मिलते जुलते हैं. लेकिन जवाब तो तेजस्वी यादव को देना चाहिए कि उन्होंने क्यों अनंत सिंह को अपने दल राजद से टिकट दिया था. यहां तक कि अनंत सिंह के जेल जाने के बाद हुए उपचुनाव में मोकामा से फिर से अनंत सिंह की पत्नी को तेजस्वी यादव ने टिकट दिया.
ललन सिंह ने कहा कि मोकामा गोलीकांड हो या कानून व्यवस्था से जुड़ा कोई भी मामला, बिहार में पुलिस अपने हिसाब से सबके खिलाफ कार्रवाई कर रही है. कानून के खिलाफ जाने वालों पर पुलिस की कार्रवाई बिहार में होती है. उन्होंने तेजस्वी यादव को उनके पिता लालू यादव और माँ राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते बिहार में बिगड़ी कानून व्यवस्था की याद दिलाई. ललन ने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन में बिहार में अपहरण का उद्योग चला.
शहाबुद्दीन-अशोक महतो को किसने बनाया नेता
ललन सिंह ने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे तो स्वतंत्रता सेनानियों को टिकट देते रहे हैं. ललन का इशारा अपराधियों को राजनीति में लाने के राजद के इतिहास की ओर रहा. उन्होंने कहा सीवान के स्वतंत्रता सेनानी (शहाबुद्दीन) कौन थे? इस बार के लोकसभा चुनाव में मुंगेर से राजद ने किस स्वतंत्रता सेनानी (अशोक महतो) को मेरे खिलाफ टिकट दिया जो वर्षों से जेल में था. ऐसे लोगों को राजनीति में लाने वाले तेजस्वी यादव की आदत सिर्फ बोलने की रह गई है.