shani dev puja : रंक से राजा बनना हो तो शनिवार को ऐसे करें शनिदेव की पूजा, भाग्य के बंद ताले खुल जाएंगे

शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिदेव के शुभ और अशुभ प्रभावों का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

शनिदेव की पूजा- फोटो : social Media

shani dev puja : हिन्दू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित  है। इस दिन शनि देव की विधि- विधान से पूजा करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शनि देव को न्यायधीश माना जाता है, वे कर्मों के अनुसार से फल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि शनि रंक को भी राजा बना सकते हैं। राजा को फर्श पर पटक भी सकते हैं।

शनिदेव की पूजा विधि:

स्नान और स्वच्छ वस्त्र: शनिदेव की पूजा में शामिल होने से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।

मंत्र जाप: शनिदेव की पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप करें।

आरती: आरती के वक्त तेल का दीपक और धूप जलाएं।

पुष्पांजलि: इसके पश्चात शनिदेव को पुष्पांजलि अर्पित करें।

भोग: भगवान शनिदेव को फल और मिठाई का भोग लगाएं।

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शनि देव की पूजा में लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि लाल रंग मंगल का परिचायक माना जाता है।

भगवान शनि देव की पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करें 

ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥

ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।

ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।।

इन नियमों का पालन करके आप शनिदेव की पूजा कर सकते हैं और उनसे अपनी प्रार्थना कर सकते हैं।