Religion:जिसके साथ भगवान कृष्ण स्वयं खड़े थे उसके 16 साल के लड़के को घेर कर मार दिया गया, सब देखते रहे, जानिए कर्म का सिद्धांत !
Religion: जिसके साथ भगवान कृष्ण स्वयं खड़े थे उसके 16 साल के लड़के घेर के उसके सामने हीं मार दिया...कर्म का सिद्धांत यही तो है। ...
Religion: जिसके साथ भगवान कृष्ण स्वयं खड़े थे उसके 16 साल के लड़के घेर के उसके सामने हीं मार दिया...कर्म का सिद्धांत यही तो है। क्यों नहीं बचाया। क्या उनको पता नहीं था कि अभिमन्यु आज मारा जाएगा। ऐसा सम्भव है क्या की अंतर्यामी को हीं पता न हो।क्यों नहीं अर्जुन को कहा कि आज अपने बेटे को युद्ध में जाने से रोक लो आज उसे कौरव के कई योद्धा एक साथ घेर कर मार देंगे। अभिमन्यु तो स्वयं भगवान कृष्ण का भांजा भी था। क्यों नहीं बचा लिया?
आखिर केशव ने दुनिया को क्या संदेश दिया। मैं स्वयं भी खड़ा रहूंगा तो भी तुम्हारे किए हुए कर्म के तीव्र प्रारब्ध को रोक नहीं सकता। मैं तुम्हारे अच्छाई और सच्चाई और समर्पण की वजह से तुम्हारे साथ खड़ा हूं। अब तुम्हारा कर्म है युद्ध करना। चुकी बुराई का अंत करना है।तुम्हारा नैतिक समर्थन है तुम्हारे संपूर्ण समर्पण की वजह से। मैं तुम्हारे लिए अस्त्र भी नहीं उठाऊंगा न मैं कोई निर्णय लूंगा। यह कोई साधारण बात है क्या?आखिर ईश्वर ने दुनिया को क्या संदेश दिया?
इसीलिए आगे केशव ने कहा कि मनुष्य को हर समय कार्य को करते हुए कर्म के सिद्धांत का ख्याल रखना चाहिए। वर्तमान में मन की कमान को अपने हाथों में रखो और संपूर्ण समर्पण के साथ नाम जप को कभी मत छोड़ो। गृहस्थ जीवन में जीवनयापन हेतु उचित कर्म को करते हुए फिर तुम्हे तो मुझ में हीं विलीन होना है बस इसका ख्याल रखो।सब कुछ मंगल होगा। श्री सीताराम कहना हीं होगा। बस इतना समझ लीजिए..या खुद को समझा लिजिए...
कौशलेंद्र प्रियदर्शी की कलम से...