Hartalika Teej: हरतालिका तीज पर बन रहे हैं 4 शुभ योग, जानिए पूजन विधि और मुहूर्त, ऐसे सुखी होगा दांपत्य जीवन

Hartalika Teej: हरतालिका तीज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। कल हरतालिका तीज है ऐसे में 4 शुभ योग बन रहे हैं..पढ़िए आगे...

Hartalika Teej- फोटो : social media

Hartalika Teej:  दांपत्य जीवन के लिए हरतालिका तीज का विशेष महत्व है। इस दिन पत्नी अपने पति के लंबे आयु के लिए व्रत रखती हैं और भगवान महादेव की आराधना करती हैं। दरअसल, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हर वर्ष मनाया जाने वाला हरतालिका तीज का पर्व इस बार 26 अगस्त (मंगलवार) को मनाया जाएगा। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अखंड सौभाग्य, पति की लंबी उम्र और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए रखा जाता है।

शुभ योग और महत्व

वहीं, अविवाहित कन्याएं भी योग्य वर की प्राप्ति के लिए उपवास करती हैं। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक माना जाता है। इस बार हरतालिका तीज पर 4 शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है। इस दिन रवि योग, शुभ योग और साध्य योग के साथ गुरु-चंद्रमा के केंद्र भाव में होने से गजकेसरी योग रहेगा। इन योगों में भगवान शिव-पार्वती की पूजा से सभी बाधाओं से मुक्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति होने की मान्यता है।

पूजन मुहूर्त और तिथि

तृतीया तिथि प्रारंभ 25 अगस्त, दोपहर 12:34 बजे से हो रहा है और तृतीया तिथि का समापन 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे हो रहा लेकिन उदया तिथि मान्य होने के कारण व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा। व्रत का पारण 27 अगस्त को होगा। सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत रख अपनी दांपत्य जीवन में खुशहाली लाने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करेंगी। 

धार्मिक मान्यता और कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, हिमवान की पुत्री पार्वती का विवाह प्रारंभ में भगवान विष्णु से तय किया गया था। लेकिन माता पार्वती ने बचपन से ही भगवान शिव को पति मान लिया था। इसी संकल्प के साथ उन्होंने भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को अपनी सखी संग जंगल में कठोर तपस्या की। हस्त नक्षत्र में मिट्टी से शिवलिंग बनाकर पूरी रात जागरण किया। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार किया। तब से यह व्रत पति की दीर्घायु और सुखमय दांपत्य जीवन की कामना के लिए किया जाता है।