Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ का नया फरमान, अब क्लास टीचर और बच्चे को नया टास्क, 1 अप्रैल से शुरू करना होगा यह काम, हेडमास्टर करेंगे रिपोर्ट

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के इस पहल से सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी और छात्र-छात्राओं को निजी स्कूलों की तर्ज पर बेहतर अध्ययन सामग्री मिलेगी। जिससे उनकी शैक्षणिक प्रगति में सुधार होगा।

ACS Siddharth शिक्षा विभाग
ACS Siddharth order- फोटो : social media

Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए एसीएस सिद्धार्थ के द्वारा नए नए फरमान जारी किया जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सरकार इस दिशा में कई पहल भी कर रही है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने अहम फैसला लिया है जिसके तहत 1 अप्रैल से सरकारी स्कूल में नए नियम लागू होंगे। दरअसल,  नए शैक्षणिक सत्र से पहली बार कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ अलग से अभ्यास पुस्तिका भी दी जाएगी। यह अभ्यास पुस्तिका हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषयों के लिए तैयार की जा रही है और इसे रंगीन एवं आकर्षक बनाया जाएगा, जिससे बच्चों को पढ़ाई में अधिक रुचि आएगी।

शिक्षा विभाग की नई पहल

शिक्षा विभाग का उद्देश्य इस नई पहल के जरिए बच्चों की समझ को विकसित करना है। इस अभ्यास पुस्तिका में विभिन्न विषयों की सामग्री होगी, जिससे बच्चे खुद लिखकर और समझकर सीख सकेंगे। इसके अलावा वर्ग शिक्षक नियमित रूप से इन पुस्तिकाओं की जांच करेंगे और होमवर्क भी देंगे, ताकि बच्चों की सीखने की प्रक्रिया प्रभावी हो।

कक्षा 6 से 8 के बच्चों को मिलेगी कंप्यूटर की किताब

सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए भी इस बार बड़ा बदलाव किया गया है। इन कक्षाओं के बच्चों को अब मूल पाठ्यक्रम के अलावा कंप्यूटर की किताबें भी दी जाएंगी। इससे वे कंप्यूटर की बेसिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि निजी स्कूलों में यह व्यवस्था पहले से लागू है और अब सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को भी कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा, "आज के दौर में हर बच्चे के लिए कंप्यूटर की जानकारी होना आवश्यक है। इसलिए सभी सरकारी स्कूलों में यह पुस्तक उपलब्ध कराई जाएगी।"

सत्र शुरू होने से पहले मिलेगी किताबें

शिक्षा विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही सभी बच्चों को अभ्यास पुस्तिका और कंप्यूटर की किताबें उपलब्ध करा दी जाएं। बता दें कि, सरकारी स्कूलों में नया सत्र अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होगा और उससे पहले ही इन पुस्तकों का वितरण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले बच्चों को पूरे पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कराने पर भी जोर दिया जाएगा। हिंदी और अंग्रेजी विषयों में छात्रों को कक्षा में बोलकर पढ़ने का भी अभ्यास कराया जाएगा, जिससे उनकी भाषा कौशल में सुधार हो।

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