Bihar Education News: बिहार में छात्राओं के सपनों को मिलेगी उड़ान, सरकार करेगी आईआईटी, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था

Bihar Education News:बिहार में छात्राओं के सपनों को उड़ान देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ...

बिहार में छात्राओं के सपनों को मिलेगी उड़ान- फोटो : X

Bihar Education News:बिहार में छात्राओं के सपनों को उड़ान देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अब पढ़ाई में पैसा कहीं से भी बाधक नहीं बनेगा। इसी क्रम में  शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक मोड़ आता नजर आया जब विभाग ने IIT कानपुर के साथ 'साथी' कार्यक्रम के कार्यान्वयन हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य विभाग के अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को IIT, JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विश्वस्तरीय कोचिंग सुविधा प्रदान करना है। एमओयू से पूर्व IIT की टीम ने प्रधानाध्यापकों और नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया, ताकि छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।बिहार में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने शिक्षा और छात्रावास सुधार को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राजधानी पटना में जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान के सभागार में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक और कार्यशाला की अध्यक्षता विभाग की मंत्री  रमा निषाद ने की। बैठक में विभाग की सभी कल्याणकारी योजनाओं का बिंदुवार गहन मूल्यांकन किया गया और भविष्य की रूपरेखा पर ठोस निर्णय लिए गए।

बैठक में 39 अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय विद्यालयों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। माननीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि विद्यार्थियों को स्वच्छ कपड़े, पोषक भोजन और शुद्ध पेयजल सुनिश्चित करना प्राथमिकता होगी। 'जीविका' के माध्यम से मेस और साफ-सफाई के कार्यों के संचालन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।

शिक्षकों की गुणवत्ता, नामांकन की स्थिति, निर्माणाधीन योजनाओं का समयबद्ध कार्यान्वयन और लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्रों का शीघ्र निपटारा बैठक के अन्य अहम निर्णय रहे। जननायक कर्पूरी ठाकुर कल्याण छात्रावासों और अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावासों के जीर्णोद्धार, मेस संचालन और पेयजल प्रबंध को भी माननीय मंत्री ने प्राथमिकता दी।

अपने संबोधन में रमा निषाद ने अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि "जनकल्याणकारी योजनाओं को गति दें, ताकि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ सुगमता से पहुँच सके।" बैठक में विभाग के प्रधान सचिव, अपर सचिव, संयुक्त सचिव और राज्य भर से आए सभी प्रमंडलीय उप निदेशक, जिला पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारी, प्रधानाध्यापक एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।

इस बैठक और IIT कानपुर के साथ एमओयू से स्पष्ट संदेश जाता है कि बिहार सरकार शिक्षा और कल्याण में नवाचार और गुणवत्ता पर जोर देकर पिछड़े वर्ग की तरक्की और समाज में समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।