Bihar unique classroom: बिहार में ट्रेननुमा स्कूल, बच्चों की किताबों से दोस्ती, कक्षा बनी मज़ेदार बोगी
Bihar unique classroom:अब कक्षा सिर्फ़ चार दीवारों तक सीमित नहीं, बल्कि चलती ट्रेन की रंगीन बोगियों जैसी नज़र आती है। ...
Bihar unique classroom:अब कक्षा सिर्फ़ चार दीवारों तक सीमित नहीं, बल्कि चलती ट्रेन की रंगीन बोगियों जैसी नज़र आती है। दीवारों पर पेंट से बनाई गई ये कलाकारी बच्चों की पढ़ाई को रोमांचक बना रही है।बिहार के कटिहार ज़िले के सुधानी मध्य विद्यालय ने ग्रामीण शिक्षा को लेकर एक ऐसा प्रयोग किया है, जिसने पूरे इलाके में चर्चा छेड़ दी है। यहां
पहले जहां किताबों से ऊबे बच्चे खेतों या घर के कामों में लग जाते थे, वहीं अब हालात बदल चुके हैं। बच्चों का कहना है “ऐसा लगता है जैसे हम सचमुच ट्रेन की बोगी में बैठकर पढ़ रहे हों।” छुट्टी के दिनों में भी छात्र-छात्राएँ स्कूल को मिस करने लगे हैं।
शिक्षकों का अनुभव भी बदला है। सपना सिंह और अमित पांडे बताते हैं कि पहले क्लासरूम आधे खाली रहते थे, लेकिन अब बच्चे समय पर पहुंचते हैं और पढ़ाई में दिलचस्पी दिखाते हैं। उनकी उपस्थिति में स्पष्ट सुधार आया है।
यह पहल साबित करती है कि अगर शिक्षा को मज़ेदार और रचनात्मक बनाया जाए तो ग्रामीण बच्चे भी उसी उत्साह से पढ़ सकते हैं, जैसे शहरों के आधुनिक स्कूलों में पढ़ने वाले। सुधानी मध्य विद्यालय की यह “ट्रेन वाली कक्षा” न सिर्फ बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला रही है, बल्कि पूरे गांव में शिक्षा के प्रति नई उम्मीद और ऊर्जा जगा रही है।