Bihar Teacher Transfer: आचार संहिता हटते ही शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया तेज, 1290 शिक्षकों की नई पोस्टिंग जल्द, इन्हें मिलेगी तरजीह
Bihar Teacher Transfer: आदर्श आचार संहिता खत्म होते ही जिले में शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। जिला शिक्षा कार्यालय ने ट्रांसफर सूची को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।...
Bihar Teacher Transfer: आदर्श आचार संहिता खत्म होते ही जिले में शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। पटना जिला शिक्षा कार्यालय ने ट्रांसफर सूची को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक़, नवंबर के अंतिम सप्ताह तक प्राप्त आवेदनों के आधार पर शिक्षकों को नए स्कूलों में पोस्टिंग (आवंटन) कर दी जाएगी।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय ने कुल 1290 शिक्षकों की एक विस्तृत सूची तैयार की है, जिनका स्थानांतरण जिले के विभिन्न प्रखंडों और स्कूलों में किया जाना है। इनमें 220 शिक्षक ऐसे हैं जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं—कैंसर, किडनी डिजीज, हृदय रोग, लीवर की बीमारी साथ ही कई दिव्यांग शिक्षक भी इस श्रेणी में शामिल हैं।
स्थानांतरण नियमावली के मुताबिक़, गंभीर बीमारी से ग्रसित और दिव्यांग शिक्षकों को पहली तरजीह दी जाएगी। यानी इन्हें प्राथमिकता आधार पर मनचाहा या समीपस्थ विद्यालय आवंटित किया जाएगा, ताकि उनकी सेहत, आवाजाही और सेवा-सम्पादन में किसी तरह की कठिनाई न हो।
अधिकारियों के अनुसार, इन शिक्षकों का स्थानांतरण अक्टूबर माह में ही प्रस्तावित था, लेकिन आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद प्रक्रिया पर अस्थायी रोक लग गई थी। अब चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद विभाग ने फाइलों को दोबारा सक्रिय कर दिया है।
पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि स्थानांतरण प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी। सूची लगभग तैयार है और नियमानुसार चरणबद्ध तरीके से स्कूल आवंटन किया जाएगा।
शिक्षक समुदाय में ट्रांसफर को लेकर हलचल तेज़ है, जबकि प्रशासन का दावा है कि पूरी कार्रवाई पारदर्शिता, मेरिट और चिकित्सीय आधार पर की जाएगी।
वहीं पटना विश्वविद्यालय ने लंबे इंतज़ार के बाद 20 अतिथि सहायक शिक्षकों की सेवा का नवीनीकरण कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी सूचना के मुताबिक़, इन प्राध्यापकों को 11 माह के लिए पुनः नियुक्ति प्रदान की गई है। जिन विषयों में सेवा नवीनीकरण हुआ है, उनमें समाजशास्त्र के 3, इकोनॉमिक्स के 5, फिज़िक्स के 7 और जियोग्राफी के 5 अतिथि शिक्षक शामिल हैं।