Bihar Vidhansabha Chunav 2025: मोकामा के बाद बाढ़ में भी सियासी खून-खराबा! आरजेडी प्रत्याशी लल्लू मुखिया पर कत्ल की धमकी देने का आरोप, FIR दर्ज

मोकामा में दुलारचंद यादव का क़त्ल अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब बाढ़ विधानसभा सीट से हिंसा की सनसनीख़ेज़ खबर सामने आई है।

मोकामा के बाद बाढ़ में भी सियासी खून-खराबा! - फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत इन दिनों बुलेट, बॉडीगार्ड और  बैलेट -धमकी के बीच फँसी दिखाई दे रही है। चुनावी मैदान में नारे और वादों से ज़्यादा हवाओं में बारूद की गंध महसूस हो रही है। मोकामा में दुलारचंद यादव का क़त्ल अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब बाढ़ विधानसभा सीट से हिंसा की सनसनीख़ेज़ खबर सामने आई है। यहाँ आरजेडी उम्मीदवार रणवीर सिंह यादव उर्फ़ लल्लू मुखिया और उनके साथियों पर जेडीयू समर्थकों को जान से मारने की धमकी, अपहरण और मारपीट का संगीन इल्ज़ाम लगा है।

जेडीयू कार्यकर्ता करण कुमार ने पंडारक थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। करण कुमार का दावा है कि 3 नवंबर की शाम उन्हें ज़बरदस्ती एक गाड़ी में बैठाया गया, जिसमें लल्लू मुखिया, उनके भाई रणवीर यादव, जिला परिषद सदस्य रामबाबू और अवधेश यादव समेत कई लोग मौजूद थे। आरोप है कि रास्ते में उनसे दबाव बनाकर कहा गया कि वे राजद का प्रचार करें। इंकार करने पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया और "मारे डालेंगे" जैसी हत्या की धमकी दी गई।

शिकायतकर्ता के मुताबिक़, जान बचाने के लिए वह किसी तरह भागकर पंडारक थाने पहुँचे। उनके अनुसार अब भी उनकी जान को ख़तरा बना हुआ है। पुलिस ने आवेदन लेकर जाँच शुरू करने की पुष्टि की है।

दूसरी ओर, आरजेडी खेमे की ओर से इस पूरे मामले पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। चुनावी दौड़ में आरोप-प्रतिआरोप आम हैं, मगर इस घटना ने बाढ़ सीट का तापमान और बढ़ा दिया है।

उधर मोकामा भी लगातार सुर्ख़ियों में है।यहाँ 30 अक्टूबर को हुए टकराव में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की मौत के बाद सियासत उबल रही है। दावा है कि पहले गोली मारी गई, फिर गाड़ी से कुचलकर हत्या की गई। उसी केस में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी हुई और अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

बिहार की राजनीति में यह दौर ऐसे गुज़र रहा है, जहाँ बैनर और पोस्टर से ज़्यादा, गोलियों और धमकियों की चर्चाएँ हो रही हैं। जनता वोट देगी या ज़िंदगी बचेगी यह सवाल अब फिज़ाओं में तैर रहा है।