Bihar Politics: नई सरकार के मंत्रिमंडल में 'हम और रालोमो' पार्टी से कौन बनेगा मंत्री? इन नामों पर अटकलें तेज, जानिए पूरी खबर

Bihar Politics:

हम-रालोमो से कौन बनेगा मंत्री? - फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार में एनडीए को मिली प्रचंड बहुमत के बाद अब सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सीएम नीतीश शपथ कब लेंगे और उनके मंत्रिमंडल में कितने मंत्री शामिल होंगे इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही है। इस बीच कई संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा तेज हो गई है। इसी बीच हम यानी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(स) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा(रालोमो) से भी विधायक मंत्री बनाए जाएंगे। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार दोनों सहयोगी दल से एक एक मंत्री बनाए जा सकते हैं। दोनों दलों के विजयी उम्मीदवारों और प्रमुख चेहरों को मंत्री बनाए जाने की संभावना ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है

हम से ये बनेंगे मंत्री 

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, ‘हम’ कोटे से संतोष कुमार सुमन का नाम मंत्रिमंडल के लिए लगभग तय माना जा रहा है। जीतन राम मांझी की पार्टी ने इस बार 6 में से 5 सीटों पर शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे सरकार में उसकी हिस्सेदारी पुख्ता मानी जा रही है। संतोष सुमन पहले भी बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं और ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। 10 फरवरी 1975 को जन्मे सुमन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र हैं। उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक किया है और UGC-NET उत्तीर्ण कर रखा है। अपने राजनीतिक सफर में वे मामूली सिंचाई तथा अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं।

स्नेहलता बन सकती है मंत्री

वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM से स्नेहलता कुशवाहा का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। RLM ने 6 में से 4 सीटें जीतकर गठबंधन में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है। स्नेहलता कुशवाहा उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी हैं और पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं थी। स्नेहलता सासाराम सीट से 25,443 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। यह जीत उन्हें राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बना रही है। स्नेहलता का राजनीतिक उदय कई कारणों से चर्चा में है। 

कौन है स्नेहलता 

दरअसल, 12वीं पास स्नेहलता लगभग 2.3 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति और डेयरी व कृषि व्यवसाय से जुड़े रहने के कारण वे एक जमीनी नेता के रूप में उभरती दिख रही हैं। वैवाहिक संबंध वैशाली से होने के बावजूद सासाराम में उनका सामाजिक आधार और पकड़ मजबूत मानी जाती है। खास बात यह है कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है, जिससे उनकी छवि साफ-सुथरी मानी जा रही है। नई सरकार में इन दोनों दलों की भागीदारी से एनडीए के सामाजिक और राजनीतिक संतुलन को मजबूती मिलने की उम्मीद है। मंत्रिमंडल में किन नामों पर अंतिम मुहर लगेगी, इसका ऐलान शपथग्रहण समारोह से पहले होने की संभावना है, लेकिन अभी से स्पष्ट है कि ‘हम’ और RLM की भूमिका नई सरकार में अहम रहने वाली है। 

JDU–BJP बराबर-बराबर मंत्री, LJP(R) को 3, RLM को 1 मंत्रालय

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार नई सरकार में जदयू और बीजेपी के बराबर मंत्री शामिल हो सकते हैं। 30 या 32 सदस्यीय मंत्रिमंडल की चर्चा तेज है। चिराग पासवान की पार्टी के भी तीन मंत्री शामिल हो सकते हैं। जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से भी 1-1 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल विधानसभा में मौजूदा संख्या को देखे तो अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल सूत्रों की मानें तो 18 मंत्री के संभावित नाम की पहली लिस्ट सामने है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो बीजेपी इस बार भी दो डिप्टी CM बनाए जाने पर विचार कर रही है। सम्राट चौधरी, मंगल पांडेय और रामकृपाल यादव के नाम प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। वहीं LJP(R) भी एक डिप्टी CM पद की दावेदारी कर रही है। हालांकि अंतिम निर्णय बीजेपी के हाथ में होगा।