Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में चुनावी दंगल के बीच चाकूबाजी, मोकामा में हत्या के बाद गोपालगंज में भिड़ंत, कांग्रेस-जदयू में टकराव से तनाव

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: गोपालगंज से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जदयू और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हुई और झड़प ने खूनी संघर्ष का रुप ले लिया है।

मोकामा में हत्या के बाद अब गोपालगंज में झड़प- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार चुनाव के दौरान सियासी तापमान सिर्फ मंचों और रैलियों में ही नहीं, बल्कि ज़मीन पर भी उबलता दिखाई दे रहा है। चुनावी भाषणों, वादों और नारों के बीच अब हिंसा की खबरें लगातार माहौल को स्याह बना रही हैं। पटना के मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अब गोपालगंज से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जदयू और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हुई और झड़प ने खूनी संघर्ष का रुप ले लिया है।

गोपालपुर इलाके में हुए इस टकराव में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। ये झड़प जदयू उम्मीदवार अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय और कांग्रेस उम्मीदवार हरिनारायण कुशवाहा के समर्थकों के बीच हुई। घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कांग्रेस समर्थक अनूप कुशवाहा ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए चौंकाने वाला बयान दिया कि रास्ता देने के बाद भी हमारे झंडे फाड़े गए, थोड़ी देर में 3–4 लोग आए और मुझ पर हमला कर दिया। भागते वक्त मैं फिसलकर गिर गया, उसके बाद सिर पर चाकू से वार किया गया।

कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र में झड़प के समय दोनों दलों के आधिकारिक कार्यकर्ता मौके पर नहीं थे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झंडा फाड़ने और मारपीट की शिकायत की है। वहीं जदयू ने भी थाने में कार्रवाई की मांग की है। यानी बात सिर्फ आरोपों तक सीमित नहींदोनों तरफ से मामला पुलिस तक पहुंच चुका है।

इन घटनाओं ने सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या चुनावी दंगल लोकतंत्र का त्योहार रहेगा या खूनी अखाड़ा बनता जाएगा?मोकामा में हत्या और अब चाकूबाजी की घटना उस चिंता को और गहरा कर रही है कि राजनीतिक कटुता अब जमीन पर हिंसा का रूप ले चुकी है।

बहरहाल बिहार की सियासत तेज है, भाषा भारी है, और अब जमीन पर हालात गर्म हैं।लड़ाई सत्ता की, लेकिन लोकतंत्र की साख दांव पर लगा है ।

रिपोर्ट- हीरेश कुमार