Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में लोकतंत्र के जश्न का फाइनल राउंड, वोटर कार्ड न होने पर घबराने की ज़रूरत नहीं,12 पहचान पत्र दिलाएंगे आपका मत

हर योग्य मतदाता को मतदान का पूरा हक है। अगर आपके पास EPIC यानी वोटर कार्ड नहीं भी है, तब भी 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक के जरिए आपका वोट उतना ही वैध माना जाएगा,...

12 पहचान पत्र दिलाएंगे आपका मत - फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत अब फाइनल राउंड में दस्तक दे चुकी है। सूबे की 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर दूसरा चरण मतदान का आगाज़ हो चुका है।आज पूरा बिहार जश्न-ए-लोकतंत्र में डूबा है। भीड़, गहमागहमी, सियासी हलचल और वोट के लिए लंबी कतारें ये तस्वीर बताती हैं कि जनता बदलाव की बागडोर खुद संभालने निकली है।

लेकिन इसी भीड़ में कुछ लोग घबराए रहते हैं वोटर कार्ड नहीं है, तो क्या मेरा वोट डूब गया? सवाल बड़ा है, लेकिन जवाब उससे भी बड़ा बिल्कुल नहीं!चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि हर योग्य मतदाता को मतदान का पूरा हक है। अगर आपके पास EPIC यानी वोटर कार्ड नहीं भी है, तब भी 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक के जरिए आपका वोट उतना ही वैध माना जाएगा, जितना किसी और का। बस एक शर्तनाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए। यही असली पहचान, यही लोकतंत्र की असली मिसाल।

मतदाता के लिए मान्य पहचान पत्रों की लिस्ट भी बेहद साफ और सुलभ पासपोर्ट, आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक, मनरेगा जॉब कार्ड, ESI कार्ड, पेंशन डॉक्यूमेंट, NPR स्मार्ट कार्ड, और सांसद या विधायक द्वारा जारी पहचान पत्र। यानी पहचान की कमी, वोटिंग का बहाना नहीं बन सकती।

क्योंकि लोकतंत्र में इन्क्लूज़न ज़रूरी है, एक्सक्लूज़न नहीं। कई बार कार्ड बन नहीं पाता, खो जाता है, या वक्त पर हाथ नहीं आता—इसी वजह से आयोग ने रास्ता चौड़ा किया। मक़सद साफ कोई नागरिक अपनी आवाज़ उठाने से महरूम न रह जाए। कांग्रेस, बीजेपी, RJD, LJP, जेडीयू—पार्टियाँ चाहे जितनी रणनीति बना लें, आख़िरी फैसला जनता की उंगलियों पर लगी स्याही ही करती है।

मतदान से पहले कुछ एहतियाती बातें

पहचान पत्र साथ रखें

बूथ के अंदर फोटो-वीडियो सख्त मना

 लाइन में अनुशासन—यही सच्चा नागरिक फ़र्ज़

 बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा तैयार

आज का दिन सिर्फ वोट डालने का नहीं, ताक़त का ऐलान है हम जागरूक हैं, हम लोकतंत्र के प्रहरी हैं।

तो चाहे EPIC हो या न हो अगर पहचान है, नाम लिस्ट में है, तो बूथ पर जाएं, वोट डालें और अपने लोकतंत्र को और मज़बूत बनाएं।

क्योंकि वोट आपकी आवाज़ है और आवाज़ दबती नहीं, गूंजती है।