Bihar Election 2025: सीएम नीतीश के 28 मंत्रियों में किसके सिर सजेगा जीत का ताज, विजय सिन्हा-सम्राट चौधरी के सीट का क्या है हाल, जानिए

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में 36 में से 28 मंत्री मैदान में थे। जिनमें भाजपा (BJP) के 17 और जदयू (JDU) के 11 मंत्री शामिल हैं। एग्जिट पोल के शुरुआती रुझानों के अनुसार, कई सीटों पर कांटे की टक्कर है...

28 मंत्रियों में किसके सिर सजेगा जीत का ताज- फोटो : News4nation

Bihar Election 2025:  बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है। अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर टिकी हैं, जब नतीजे तय करेंगे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट के 36 मंत्रियों में से कितने अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में 36 में से 28 मंत्री मैदान में थे। जिनमें भाजपा (BJP) के 17 और जदयू (JDU) के 11 मंत्री शामिल हैं। एग्जिट पोल के शुरुआती रुझानों के अनुसार, कई सीटों पर कांटे की टक्कर है, जबकि कुछ मंत्रियों ने अपनी बढ़त मजबूत कर ली है।

डिप्टी सीएम की सीटों पर सस्पेंस बरकरार

दोनों उपमुख्यमंत्रियों की सीटें इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। सम्राट चौधरी (BJP, उपमुख्यमंत्री)  मुंगेर की तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला RJD के अरुण कुमार साह से है। ओबीसी (कुशवाहा) बहुल क्षेत्र होने के कारण यह सीट बेहद कांटेदार मुकाबले में फंसी हुई है। विजय कुमार सिन्हा (BJP, उपमुख्यमंत्री)- लखीसराय सीट से मैदान में हैं। कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश कुमार अनीस के साथ कड़ी टक्कर चल रही है। शुरुआती रुझानों में आगे रहने के बावजूद मुकाबला रोमांचक बना हुआ है।

इन मंत्रियों को मिल सकता है बढ़त 

नितिन नवीन (BJP, सड़क निर्माण मंत्री) – पटना की बांकीपुर सीट से एकतरफा बढ़त ले सकते हैं।

लेसी सिंह (JDU, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री) – धमदाहा सीट से लगातार चौथी बार जीत सकती हैं।

नीरज कुमार बब्लू (BJP, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री) – छापापुर (सुपौल) सीट से मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं।

मंगल पांडेय (BJP, स्वास्थ्य मंत्री) – सीवान सीट पर RJD के अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ बढ़त ले सकते हैं।

प्रेम कुमार (BJP) – गया टाउन सीट से नौवीं बार मैदान में, मजबूत स्थिति में हैं।

नीतीश मिश्रा (BJP) – झंझारपुर (मधुबनी) से बढ़त बनाए हुए, अपने पिता जगन्नाथ मिश्रा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।

विजयेंद्र प्रसाद यादव (JDU, ऊर्जा मंत्री) – सुपौल सीट से लगातार आठवीं बार बढ़त ले सकते हैं।

कड़ी टक्कर वाली सीटें

जमा खान (JDU, अल्पसंख्यक मंत्री) – चैनपुर सीट पर बीएसपी के धीरज कुमार सिंह से कांटे की टक्कर देखी जा रही है।

मदन सहनी (JDU, समाज कल्याण मंत्री) – बहादुरपुर (दरभंगा) सीट पर RJD के भोला यादव से मुकाबला, मामूली बढ़त ले सकते हैं।

सुरेंद्र मेहता (BJP, खेल मंत्री) – बछवाड़ा (बेगूसराय) सीट पर पिछली बार मात्र 484 वोट से जीते थे, इस बार स्थिति सुधरी लग रही है लीड ले सकते हैं।

अन्य मंत्रियों की स्थिति 

केदार प्रसाद गुप्ता (BJP, पंचायती राज मंत्री) – कुढ़नी (मुजफ्फरपुर) से मजबूत स्थिति में हैं।

सुनील कुमार (JDU, शिक्षा मंत्री) – भोरे (गोपालगंज) सीट पर बढ़त ले सकते हैं।

रेणु देवी (BJP, पशुपालन मंत्री) – बेतिया (प. चंपारण) से बढ़त हासिल कर सकते हैं। 

कृष्णनंदन पासवान (BJP, गन्ना उद्योग मंत्री) – हरसिद्धि (पू. चंपारण) से बढ़त ले सकते हैं।

जयंत राज (JDU, भवन निर्माण मंत्री) – अमरपुर (बांका) में पलड़ा भारी लग रहा है।

सुमित कुमार सिंह (JDU, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री) – चकाई (जमुई) से बढ़त ले सकते हैं।

शीला मंडल (JDU, परिवहन मंत्री) – फुलपरास (मधुबनी) से बढ़त ले सकते हैं।

संजय सरावगी (BJP, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री) – दरभंगा से बढ़त ले सकते हैं।

जीवेश कुमार (BJP, नगर विकास एवं आवास मंत्री) – जाले (दरभंगा) सीट से बढ़त ले सकते हैं।

डॉ. राजू सिंह (BJP, पर्यटन मंत्री) – साहेबगंज (मुजफ्फरपुर) से बढ़त ले सकते हैं।

विजय कुमार मंडल (JDU, आपदा प्रबंधन मंत्री) – सिकटी (अररिया) से बढ़त ले सकते हैं।

कृष्ण कुमार मंटू (BJP, सूचना मंत्री) – अमनौर (छपरा) से बढ़त ले सकते हैं।

महेश्वर हजारी (JDU, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री) – कल्याणपुर (समस्तीपुर) से बढ़त मिल सकती है।

रत्नेश सदा (JDU, ग्रामीण विकास मंत्री) – सोनबरसा (सहरसा) से बढ़त मिल सकती है।

श्रवण कुमार (JDU, ग्रामीण विकास मंत्री) – नालंदा सीट पर इनको बढ़त मिलने की संभावना है।

डॉ. सुनील कुमार (BJP, पर्यावरण मंत्री) – बिहार शरीफ सीट से जीत का ताज पहन सकते हैं।

क्या कहता है राजनीतिक विश्लेषण

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि इस बार मंत्रियों के लिए मुकाबला पहले से अधिक कठिन रहा है। सत्ता विरोधी रुझान और स्थानीय समीकरणों ने कई सीटों को त्रिकोणीय बना दिया है। 14 नवंबर की मतगणना यह तय करेगी कि नीतीश कैबिनेट में कौन लौटेगा और कौन बाहर का रास्ता देखेगा। मतगणना का केंद्र पटना का एएन कॉलेज होगा, जहां सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम किए गए हैं। सभी की नजरें अब ईवीएम से निकलने वाले परिणामों पर टिकी हैं। जो बिहार की अगली सरकार की तस्वीर साफ करेंगे।