Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शिवहर में जदयू का पोस्टर विवाद, सांसद लवली आनंद की तस्वीर गायब, फ्रेंड्स ऑफ आनंद में रोष

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शिवहर से जदयू के सांसद लवली आनंद का नाम राजनीति में चर्चा का केंद्र तब बना जब जदयू प्रत्याशी श्वेता गुप्ता के पोस्टर से सांसद आनंद का फोटो गायब पाया गया। ...

शिवहर में जदयू का पोस्टर विवाद,- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शिवहर की सियासी गलियों में इन दिनों जदयू के अंदरूनी समीकरणों को लेकर हलचल तेज़ है। शिवहर से जदयू के सांसद लवली आनंद का नाम राजनीति में चर्चा का केंद्र तब बना जब जदयू प्रत्याशी श्वेता गुप्ता के पोस्टर से सांसद आनंद का फोटो गायब पाया गया। यह मामला पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच भारी नाराजगी और असंतोष पैदा कर रहा है।

पहले भी जिले की राजनीति में भूचाल आया था, जब पूर्व दो बार के विधायक मोहम्मद सरफुद्दीन का टिकट कट गया और इसके बाद सीतामढ़ी की डॉ. श्वेता गुप्ता को जदयू उम्मीदवार घोषित किया गया। उस समय से ही शिवहर में जदयू के अंदरूनी विरोधाभास और असंतोष की खबरें सुनने को मिली थीं। अब इस पोस्टर विवाद ने इसी असंतोष को और हवा दे दी है।

फ्रेंड्स ऑफ आनंद के समर्थकों का कहना है कि जब जदयू उम्मीदवार अपने सांसद का फोटो पोस्टर पर लगाना मुनासिब नहीं समझते, तो ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की प्रेरणा और उत्साह प्रभावित होता है। सोशल मीडिया पर भी आज सुबह से ही यह पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है और जनता के बीच संदेह और सवालों की लहर खड़ी कर रहा है।

पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन के समर्थक बताते हैं कि उनके हजारों समर्थक शिवहर में चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में पोस्टर विवाद सियासी माहौल में भारी हलचल पैदा कर रहा है। पार्टी के अंदर यह मामला केवल तस्वीर गायब होने तक सीमित नहीं रह गया; बल्कि यह जदयू कार्यकर्ताओं और फ्रेंड्स ऑफ आनंद के बीच असंतोष का प्रतीक बन गया है।

यहां यह भी ध्यान देने योग्य है कि जदयू में टिकट बंटवारे के बाद कई पार्टी पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया था और खुले आम हंगामा भी हुआ था। अब पोस्टर विवाद ने इस भूचाल को और तेज़ कर दिया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि सांसद लवली आनंद के फोटो की अनुपस्थिति ने फ्रेंड्स ऑफ आनंद और जदयू कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से विचलित कर दिया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के विवाद स्थानीय चुनावी समीकरणों को बदलने की क्षमता रखते हैं। शिवहर में जदयू की मजबूती को चुनौती देते हुए यह पोस्टर मामला दिखाता है कि पार्टी के अंदरूनी ध्रुवीकरण और नेताओं के बीच संतुलन कितना नाजुक है।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर पार्टी तुरंत इस विवाद का समाधान नहीं करती, तो यह न केवल स्थानीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी बढ़ाएगा, बल्कि आगामी चुनाव में मतदाता और समर्थक प्रभावित हो सकते हैं। फिलहाल, शिवहर में जदयू के लिए यह मामला सियासी मोर्चे पर गंभीर चुनौती बन चुका है।

रिपोर्ट- मनोज कुमार