Bihar Vidhansabha Chunav 2025: तेजस्वी यादव की अगुवाई में दीघा में महागठबंधन की बैठक,सीट बंटवारे के साथ आज तय होगी चुनावी दिशा

Mahagathbandhan Meeting in Patna:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर महागठबंधन की तीसरी समन्वय बैठक आज यानी रविवार को पटना के दीघा-आशियाना रोड स्थित एक रिसॉर्ट में होगी।

Bihar Vidhansabha Chunav 2025
तेजस्वी यादव की अगुवाई में दीघा में महागठबंधन की बैठक- फोटो : social Media

Mahagathbandhan Meeting in Patna:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर महागठबंधन की तीसरी समन्वय बैठक रविवार (4 मई 2025) को पटना के दीघा-आशियाना रोड स्थित एक रिसॉर्ट में होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव करेंगे, जो महागठबंधन की समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं। बैठक में महागठबंधन के सभी छह घटक दलों—राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP), और वामपंथी दल (CPI, CPM, CPI-ML) के शीर्ष नेता शामिल होंगे। सुबह 10:30 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक में चुनावी रणनीति, सीट बंटवारे, और घटक दलों के बीच बेहतर तालमेल पर गहन चर्चा होगी।

रणनीति, सीट बंटवारा और एकजुटता

महागठबंधन की इस तीसरी बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए ठोस रणनीति तैयार करना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:सीट बंटवारे पर सहमति: महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पहले से ही खींचतान की खबरें हैं। कांग्रेस ने 70 सीटों और भाकपा-माले ने 60 सीटों की मांग रखी है, जिससे RJD के लिए समीकरण साधना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बैठक में इस मुद्दे पर सहमति बनाने की कोशिश होगी।जिलेवार कार्य योजना: सभी घटक दलों को जिलों में कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय और जिम्मेदारियां सौंपने की योजना बनाई जाएगी।चुनावी मुद्दे और प्रचार रणनीति: जाति जनगणना, सामाजिक न्याय, और बिहार में सत्तारूढ़ NDA सरकार की कथित नाकामियों को मुद्दा बनाकर प्रचार अभियान को धार देने पर चर्चा होगी। तेजस्वी यादव का नेतृत्व: हालांकि वामदलों और कांग्रेस ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने पर सहमति नहीं जताई है, लेकिन इस बैठक में उनकी अगुवाई को और मजबूत करने की कोशिश होगी।

बैठक में  तेजस्वी यादव (RJD, समन्वय समिति अध्यक्ष),कृष्णा अल्लावरू (बिहार कांग्रेस प्रभारी),राजेश राम (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष),मुकेश सहनी (VIP सुप्रीमो),वामपंथी दलों (CPI, CPM, CPI-ML) के प्रतिनिधि शामिल होंगे।बैठक के आयोजक मुकेश सहनी हैं, जिनकी पार्टी VIP महागठबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बैठक महागठबंधन की एकजुटता और संगठनात्मक ताकत को प्रदर्शित करने का भी अवसर होगी।

 अब तक क्या हुआ?

महागठबंधन ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए पहले दो बैठकों में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की थी।17 अप्रैल 2025: पहली बैठक RJD कार्यालय में हुई, जिसमें सीट बंटवारे और गठबंधन की एकजुटता पर प्रारंभिक चर्चा हुई। तेजस्वी यादव ने इस बैठक में अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया।24 अप्रैल 2025: दूसरी बैठक पटना के सदाकत आश्रम (प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय) में हुई। इस बैठक में पहलगाम आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और आतंकवाद के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही, तेजस्वी ने इशारों में खुद को मुख्यमंत्री पद का संभावित चेहरा बताया, जिस पर कुछ असहमतियां उभरीं।इन बैठकों में 21 सदस्यीय समन्वय समिति के गठन का फैसला लिया गया, जिसमें RJD, कांग्रेस, VIP, और वामदलों के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। यह समिति चुनावी रणनीति, प्रचार अभियान, और सीट बंटवारे की रूपरेखा तैयार करने में अहम भूमिका निभा रही है।

 सीट बंटवारा और नेतृत्व पर असहमति

महागठबंधन के सामने कई चुनौतियां हैं, जो इस बैठक में चर्चा का केंद्र हो सकती हैं। कांग्रेस और भाकपा-माले की अधिक सीटों की मांग से RJD पर दबाव है। गठबंधन में एकजुटता बनाए रखने के लिए संतुलित बंटवारा जरूरी है।

मुख्यमंत्री चेहरा: तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने पर वामदल और कांग्रेस सहमत नहीं हैं। भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि यह फैसला चुनाव के बाद होगा, जिसमें सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी का नेता मुख्यमंत्री बनेगा।

नए खिलाड़ी: AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी और जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर जैसे नए खिलाड़ी बिहार की सियासत में हलचल मचा रहे हैं। ओवैसी की 4 मई को मोतिहारी और गोपालगंज में सभाएं प्रस्तावित हैं, जो महागठबंधन के वोट बैंक को प्रभावित कर सकती हैं।

जाति जनगणना: महागठबंधन का तुरुप का पत्ता

हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जाति आधारित जनगणना को मंजूरी मिलने से महागठबंधन को नया हथियार मिला है। तेजस्वी यादव और कांग्रेस इसे सामाजिक न्याय के मुद्दे के रूप में प्रचारित कर रहे हैं। X पर कई पोस्ट्स में इसे महागठबंधन की रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया गया है। इस मुद्दे को भुनाने के लिए महागठबंधन कार्यकर्ताओं को हर घर तक पहुंचाने की योजना बना रहा है।बिहार की 17वीं विधानसभा का कार्यकाल नवंबर 2025 में समाप्त होगा। चुनाव आयोग ने मार्च 2025 से ही चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं, और संभावना है कि अक्टूबर-नवंबर 2025 में 243 सीटों के लिए मतदान होगा। 2020 के चुनाव में NDA ने 125 सीटें जीती थीं, जबकि महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं। इस बार महागठबंधन का लक्ष्य NDA को सत्ता से बेदखल करना है।

तेजस्वी की अगुवाई में महागठबंधन की उम्मीदें

तेजस्वी यादव की युवा छवि और आक्रामक रणनीति महागठबंधन के लिए ताकत है। उनकी अगुवाई में गठबंधन ने पहले भी विपक्ष के रूप में मजबूत प्रदर्शन किया है। हालांकि, नीतीश कुमार की रणनीति, BJP की संगठनात्मक ताकत, और नए खिलाड़ियों की मौजूदगी महागठबंधन के लिए चुनौती हैं। यह बैठक महागठबंधन की एकजुटता और रणनीति को मजबूत करने का एक बड़ा अवसर होगी।

सियासी जंग की शुरुआत

बिहार की सियासत में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ के साथ ही विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महागठबंधन की तीसरी बैठक न केवल रणनीति बनाने का मंच है, बल्कि यह भी दिखाएगी कि क्या गठबंधन आंतरिक मतभेदों को सुलझाकर NDA को टक्कर दे पाएगा। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की यह बैठक बिहार की सियासी जंग में एक नया अध्याय लिख सकती है।