मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, घोसवरी और भदौर थानाध्यक्ष पर गिरी गाज... अनंत सिंह -सूरजभान में सियासी जंग

मोकामा में जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह जबकि राजद ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतारा है। जनसुराज से प्रियदर्शी पीयूष हैं उनके ही समर्थक दुलारचंद की हत्या हुई थी .

Ghoswari and Bhadaur police station incharge suspended- फोटो : news4nation

Mokama :  मोकामा टाल क्षेत्र में हुए दुलारचंद यादव हत्या मामले में पुलिस की भूमिका पर उठे सवालों के बाद अब कार्रवाई शुरू हो गई है। ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने घोसवरी थानाध्यक्ष सब-इंस्पेक्टर मधु सुदन और भदौर थानाध्यक्ष सब-इंस्पेक्टर रवि रंजन पर कार्रवाई की पुष्टि की है। दोनों अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप में कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि दोनों पुलिसवाले को सस्पेंड किया गया है. 


यह मामला बीते दिनों उस समय चर्चा में आया था जब जनसुराज के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के साथ चल रहे दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि मोकामा टाल क्षेत्र में जदयू प्रत्याशी बाहुबली अनंत सिंह का काफिला और जनसुराज प्रत्याशी पीयूष का काफिला आमने-सामने आ गया था। इसी दौरान तनावपूर्ण माहौल में झड़प हुई और गोलीबारी की खबर सामने आई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुलारचंद यादव के शरीर पर किसी भारी वाहन से कुचलने जैसी चोटें थीं, साथ ही उनके एड़ी में गोली का निशान भी पाया गया। इस रिपोर्ट ने मामले को और पेचीदा बना दिया। ग्रामीणों और विपक्षी दलों ने पुलिस पर पक्षपात और जांच में लापरवाही के आरोप लगाए थे।

अनंत सिंह -सूरजभान में सियासी जंग

मोकामा विधानसभा सीट पर इस घटना के बाद चुनावी माहौल पूरी तरह गरमा गया है। जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह पहले से ही चर्चाओं में हैं, जबकि राजद ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतारा है। जनसुराज से प्रियदर्शी पीयूष भी सक्रिय रूप से प्रचार में जुटे हैं। दुलारचंद की मौत ने तीनों प्रत्याशियों के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को और तेज कर दिया है। ग्रामीण एसपी का कहना है कि निष्पक्ष जांच जारी है और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मोकामा टाल का यह मामला अब बिहार चुनाव की सबसे चर्चित घटनाओं में शामिल हो गया है।


दुलारचंद यादव के पोते ने दर्ज किया एफआईआर

इस घटना को लेकर अब तक तीन अलग-अलग प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई हैं एक मृतक पक्ष की ओर से, दूसरी अनंत सिंह समर्थकों द्वारा और तीसरी पुलिस की ओर से। पहली FIR (संख्या 110/25) दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार के बयान पर भदौर थाना में दर्ज की गई है। इसमें अनंत सिंह, राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह और कंजम सिंह को नामजद किया गया है। नीरज के अनुसार, गुरुवार दोपहर प्रचार के दौरान अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि अनंत सिंह ने पिस्टल से गोली चलाई जो दादा के पैर में लगी और बाद में छोटन व कंजम सिंह ने थार गाड़ी से कुचलकर उनकी हत्या कर दी। इस मामले में हत्या और साजिश से संबंधित धारा 103, 3(5), BNS 2023 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 27 लगाई गई है।


अनंत सिंह की ओर से भी दर्ज हुआ मुकदमा 

वहीं, दूसरी FIR (संख्या 111/25) अनंत सिंह के समर्थक जीतेन्द्र कुमार के बयान पर दर्ज की गई है। इसमें जनसुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी, लखन महतो, बाजो महतो, नीतीश महतो, ईश्वर महतो, अजय महतो और अन्य अज्ञात व्यक्तियों पर हमला और साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। इस पर BNS 2023 की धाराएँ 126(2), 115(2), 109(1), 324(9), 352/351(2), 35 लागू की गई हैं।


जांच में जुटी पुलिस 

इस बीच, घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आने के बाद पूरे मामले की दिशा बदलती दिख रही है। वीडियो के दृश्य नीरज की FIR से मेल नहीं खाते। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह सामने आया है कि मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि भारी वस्तु से दबने या गाड़ी से कुचलने से हुई। पुलिस तीनों प्राथमिकी और वीडियो साक्ष्यों के आधार पर जांच में जुटी है। अधिकारी फिलहाल दोनों पक्षों की भूमिका, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और घटना के वास्तविक कारणों की तहकीकात कर रहे हैं।

अनिल की रिपोर्ट