Bihar Vidhansabha Chunav 2025: पहले चरण की सियासी गर्मी में एनडीए का अभियान तेज, नीतीश ने थामी कमान ,वैशाली में लालू परिवार पर बोला तीखा हमला

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को वैशाली विधानसभा क्षेत्र के प्रेमराज हाई स्कूल मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया...

पहले चरण की सियासी गर्मी में एनडीए का अभियान तेज- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख़ नज़दीक आते ही सियासी पारा तेज़ी से चढ़ गया है। 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव के तहत वैशाली जिले की 8 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपनी पसंद तय करेंगे। इसी को लेकर एनडीए ने प्रचार अभियान को पूरी रफ़्तार दे दी है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को वैशाली विधानसभा क्षेत्र के प्रेमराज हाई स्कूल मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने जदयू उम्मीदवार सिद्धार्थ पटेल को जिताने की अपील की। लेकिन इस जनसभा का केंद्र सिर्फ चुनावी अपील नहीं रहा  बल्कि लालू परिवार पर नीतीश का प्रहार सुर्खियों में छा गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “पहले वाला 15 साल सबको याद है, कुछ भी काम नहीं होता था। अपराध, भ्रष्टाचार और ग़रीबी  यही पहचान थी उस दौर की। सात साल तक खुद रहे, फिर अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। अब बताइए, क्या कभी सुना है कि कोई अपने घर के आदमी को मुख्यमंत्री बना देता है?”

उन्होंने तंज भरे लहजे में आगे कहा, हमने तो अपने घर में किसी को कुछ नहीं बनाया। हमने जनता के लिए काम किया, लेकिन वो लोग अपने परिवार के लिए काम करते रहे पत्नी, बेटा, बेटी, सबको पद और प्रतिष्ठा बाँट दी।नीतीश का यह हमला न सिर्फ लालू परिवार की वंशवादी राजनीति पर था, बल्कि यह उस पुराने जंगलराज के दौर की याद भी दिला रहा था, जिसके ख़िलाफ़ एनडीए बार-बार जनता को चेताने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा कि 2005 से पहले अपराध चरम पर था, लोग भय के साये में जीते थे, लेकिन जब जनता ने एनडीए को मौका दिया, तब बिहार में क़ानून का राज कायम हुआ। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, सड़क और बिजली के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किया है।नीतीश ने भीड़ से कहा कि हम लोगों ने सबके लिए काम किया चाहे महिला हो या पुरुष, शहर हो या गाँव, गरीब हो या अमीर। लेकिन कुछ लोग हैं जो सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते हैं। अब यह जनता को तय करना है कि बिहार का भविष्य जनता के हाथ में हो या किसी परिवार के कब्ज़े में।

सभा के दौरान नीतीश कुमार ने वैशाली जिले में चल रही सरकारी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि हर घर नल का जल, हर गाँव तक सड़क, और हर घर बिजली पहुँचाने का संकल्प पूरा किया गया है। उन्होंने जनता से अपील की कि विकास की यह रफ़्तार बरक़रार रखने के लिए एनडीए उम्मीदवार सिद्धार्थ पटेल को विजयी बनाएं।नीतीश की यह सभा केवल चुनावी रैली नहीं, बल्कि महागठबंधन पर राजनीतिक हमला भी थी। उन्होंने यह स्पष्ट संकेत दिया कि एनडीए का चुनावी नैरेटिव “विकास बनाम वंशवाद” के इर्द-गिर्द घूमेगा।

वैशाली की यह सभा इस बात का प्रमाण बन गई कि पहले चरण के चुनाव में एनडीए का अभियान अब अपने चरम पर पहुँच चुका है और नीतीश कुमार ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि नीतीश का यह तेवर चुनाव के अंतिम दौर तक जारी रहेगा, क्योंकि लालू परिवार पर सीधा हमला ही एनडीए को उस वर्ग के मतदाताओं तक पहुँचाता है जो ‘सत्ता की स्थिरता’ को वंशवाद से बेहतर मानते हैं।अब देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश के इस सियासी वार का जवाब महागठबंधन किस तरह देता है  क्योंकि चुनावी जंग अब पूरी तरह व्यक्तिगत रंग ले चुकी है।

रिपोर्ट-ऋषभ कुमार