Tejashwi Yadav: मतगणना से पहले तेजस्वी का मिशन काउंटिंग, आरजेडी प्रत्याशियों को दिया ये सख्त निर्देश

महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतर गए हैं।....

मतगणना से पहले तेजस्वी का मिशन काउंटिंग- फोटो : social Media

Tejashwi Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान संपन्न होने के बाद अब सबकी निगाहें 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिक गई हैं। जैसे-जैसे काउंटिंग डे नज़दीक आ रहा है, सूबे की सियासत में सरगर्मी चरम पर है। चुनावी नतीजों से पहले सभी दलों के नेताओं की धड़कनें तेज़ हैं, लेकिन इस बीच महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतर गए हैं।

बुधवार का पूरा दिन तेजस्वी यादव ने अपने उम्मीदवारों से सीधा संवाद करते हुए बिताया। वे आरजेडी के 143 विधानसभा प्रत्याशियों से फोन पर संपर्क में रहे और मतगणना के दिन की तैयारी को लेकर बारीक निर्देश दिए। तेजस्वी ने साफ कहा कि काउंटिंग के दिन किसी भी हाल में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर प्रत्याशी और एजेंट को अपनी जिम्मेदारी पूरी मुस्तैदी से निभानी होगी।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, देर शाम तेजस्वी ने आरजेडी पदाधिकारियों और उम्मीदवारों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मतगणना केंद्रों पर पोलिंग एजेंट पूरी सावधानी से रहें। फॉर्म 17सी का हर कॉलम जांचें, ईवीएम की सील की पुष्टि करें, और जब तक आख़िरी राउंड की गिनती खत्म न हो, तब तक कोई भी काउंटिंग सेंटर न छोड़े।

तेजस्वी ने अपने एजेंटों को आगाह किया कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा सकता है, मतगणना की गति धीमी की जा सकती है, इसलिए सजग रहना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिलों में भेजा गया है ताकि वे पोलिंग एजेंटों को प्रशिक्षित करें और मतगणना प्रक्रिया की निगरानी करें।

महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस, सीपीआई (एम), माले, वीआईपी, सीपीआई और आईआईप के साथ मिलकर आरजेडी चुनावी मैदान में है। तेजस्वी ने सभी सहयोगी दलों को भी निर्देश दिया है कि मतगणना सिर्फ परिणाम नहीं, बल्कि लोकतंत्र की परीक्षा है इसे सतर्कता, संयम और साहस से पास करना होगा।

बता दें  बिहार चुनाव के दो चरण 6 और 11 नवंबर को संपन्न हुए थे, जिनमें कुल 243 सीटों पर मतदान हुआ। अब 14 नवंबर की सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली मतगणना में तय होगा कि बिहार में बदलाव की सरकार बनेगी या डबल इंजन की गाड़ी फिर रफ़्तार पकड़ेगी। तेजस्वी ने कहा कि यह चुनाव केवल कुर्सी का नहीं, जनता के विश्वास और बिहार के भविष्य का है।